सावन के चौथे सोमवार के मद्देनज़र श्री लोधेश्वर महादेवा मंदिर, रामनगर में उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने रविवार को बाराबंकी-बहराइच और लखनऊ-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्गों पर भारी वाहनों का संचालन पूरी तरह रोक दिया। इन मार्गों पर केवल छोटे चार पहिया वाहनों को ही आने-जाने की अनुमति दी गई है। सोमवार को भीड़ के और बढ़ने की आशंका को देखते हुए बहराइच हाईवे पर छोटे वाहनों पर भी अस्थायी प्रतिबंध लगाया जा सकता है। ऐसे में अगर कोई बहराइच, बलरामपुर या गोंडा की ओर यात्रा की योजना बना रहा है, तो पहले वैकल्पिक मार्ग की जानकारी अवश्य ले लें।
प्रशासन और पुलिस ने पहले से ही यातायात डायवर्जन की योजना तैयार कर रखी थी। श्री लोधेश्वर महादेवा मंदिर तक पहुंचने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु बहराइच हाईवे का उपयोग करते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए रविवार से ही बाराबंकी-बहराइच मार्ग पर भारी मालवाहक वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई। रामनगर तिराहे पर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर ट्रकों और बसों को वापस लौटा दिया।
इसके अतिरिक्त, अयोध्या में सावन के दौरान श्रद्धालुओं की भारी आमद को देखते हुए लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर पहले से ही 9 अगस्त तक भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित है।
यातायात प्रभारी रामजतन यादव ने जानकारी दी कि रविवार को पूरे दिन दोनों हाईवे पर ट्रकों आदि का संचालन नहीं हुआ। यदि सोमवार को श्रद्धालुओं की संख्या में और वृद्धि होती है, तो बहराइच हाईवे पर छोटे चार पहिया वाहनों को भी रोका जा सकता है। यह व्यवस्था बाराबंकी की ओर आने वाले मार्गों पर भी लागू होगी। बहराइच, बलरामपुर और गोंडा की दिशा में जाने वाले वाहनों को वैकल्पिक रूप से रेउसा और सीतापुर मार्ग से भेजा जा रहा है।
लखनऊ सीमा से ही डायवर्जन लागू
लखनऊ से अयोध्या या बहराइच की ओर जा रहे भारी वाहनों को इंदिरा नहर पुल पर ही रोककर किसान पथ की ओर मोड़ा जा रहा है। वहां से ये वाहन पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के जरिये आगे भेजे जा रहे हैं।
हैदरगढ़ से रामसनेहीघाट मार्ग भी बंद
हैदरगढ़ से रामसनेहीघाट होकर अयोध्या जाने वाले मार्ग पर भी बड़े वाहनों को अनुमति नहीं दी जा रही है, क्योंकि यह मार्ग सीधे अयोध्या को जोड़ता है। पुलिस ने दर्शनार्थियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है।