उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने शुक्रवार को एक बार फिर छापेमारी की। गुप्त तरीके से पहुंची टीम ने छांगुर के एक कॉम्प्लेक्स को सील कर दिया और मौके पर नोटिस चस्पा किया। इसमें आरोपी के खिलाफ कई गंभीर बिंदुओं का उल्लेख है, जो उसकी आपराधिक गतिविधियों की पुष्टि करते हैं।

ईडी को छांगुर उर्फ जलालुद्दीन के नेटवर्क से जुड़े व्यक्तियों—नीतू और नवीन रोहरा—से संबंधित दस्तावेज़ मिले हैं। जांच के दौरान आसवी बुटीक पर लगाए गए नोटिस से भी अहम जानकारियाँ सामने आई हैं। इनमें मुंबई स्थित रनवल ग्रींस नामक एक परियोजना से जुड़ी उसकी संलिप्तता का जिक्र है, साथ ही अन्य अचल संपत्तियों का ब्योरा भी जब्त किया गया है।

इससे पहले गुरुवार को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला नेटवर्क से संबंधित मामलों में बलरामपुर, मुंबई और लखनऊ स्थित 15 परिसरों पर एक साथ छापे मारे थे। इस अभियान के तहत छांगुर और उसके सहयोगियों के 12 ठिकानों पर सघन जांच की गई।

बलरामपुर में करीब 13 घंटे तक चले इस ऑपरेशन में टीमों ने संदिग्ध वित्तीय लेन-देन, जमीन की खरीद-फरोख्त और अन्य संपत्तियों से जुड़ी जानकारी जुटाई। बताया गया है कि कई करोड़ रुपये की संपत्तियों के दस्तावेजों की समीक्षा की गई है।