लखनऊ। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को राजभवन में एनआईआरएफ रैंकिंग में अच्छी उपलब्धि हासिल करने वाले प्रदेश के विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद कार्यक्रम में कहा कि विश्वविद्यालयों को लगातार प्रगति की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैसे भारत ने अमेरिका के टैरिफ प्रतिबंधों के बावजूद दृढ़ता दिखाई, वैसे ही विश्वविद्यालयों को भी निरंतर नवाचार और कौशल के क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करनी होगी।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों से आग्रह किया कि वे संसाधनों का सहयोगात्मक प्रयोग करें और आंतरिक प्रतियोगिताओं के माध्यम से कौशल और नवाचार को बढ़ावा दें। उन्होंने यह भी कहा कि संबंधित महाविद्यालयों को नैक रैंकिंग प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना आवश्यक है।
राजभवन में बच्चों को बांसुरी वादन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो 26 जनवरी की परेड में प्रस्तुति देंगे। राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों को भी इस तरह के कौशल और नवाचार के नए प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालयों के कुलपति, कुलसचिव और शिक्षक उपस्थित रहे। अपर मुख्य सचिव डॉ. सुधीर महादेव बोबडे ने कहा कि अब समय है कि विश्वविद्यालय अपनी कमियों को पहचानें और सुधार करें। विशेष कार्याधिकारी शिक्षा डॉ. पंकज एल जानी ने विश्वविद्यालयों की सीमित संसाधनों में प्राप्त उपलब्धियों की सराहना की।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रदेश के विश्वविद्यालयों की रैंकिंग की सराहना की है और देशभर में विश्वविद्यालयों को प्रगति की दिशा में सक्रिय योगदान देना चाहिए।