शाहजहांपुर। मौलाना तौकीर रजा की पार्टी, इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी और फैजान सकलैनी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दोनों को चौक कोतवाली से ही न्यायालय में पेश किया गया। मुनीर की गिरफ्तारी उनके घर से हुई।

पुलिस के मुताबिक, मुनीर और फैजान ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालकर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। पूछताछ में मुनीर ने स्वीकार किया कि उसने पार्टी के अंदरूनी सदस्यों के साथ मिलकर और मौलाना को खुश करने के लिए विवादित पोस्ट साझा की। उसने यह भी बताया कि मौलाना की मंडली में सभी लोग उसे अधिक होशियार दिखाकर खुश करने की कोशिश करते थे।

मुनीर ने बताया कि जब नफीस और नदीम ने भीड़ न आने की आईएमसी की कथित चिट्ठी वायरल की, तब उसने भी समूह में मौलाना के तीखे बयान और वीडियो शेयर किए। उसका उद्देश्य पार्टी के अंदर अपनी पकड़ मजबूत करना था।

पुलिस ने बताया कि मुनीर को मामूली वेतन मिलता था और परिवार का खर्च चलाने के लिए वह मौलाना से जुड़े लोगों से आर्थिक मदद भी लेता था। इसके बदले वह सोशल मीडिया और विभिन्न मीडिया माध्यमों पर पार्टी की गतिविधियों और मौलाना के फोटो-वीडियो साझा करता था।

शहर की मस्जिदों में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण

शहर की सभी मस्जिदों में जुमे की नमाज शांतिपूर्वक संपन्न हुई। बड़े बाजारों की मस्जिदों में भीड़ कम रही, जबकि मोहल्लों की मस्जिदें नमाजियों से भरी रहीं। नौमहला मस्जिद में गेट पूरी तरह नहीं खोला गया, लोग खिड़कियों से अंदर गए और नमाज के बाद उसी रास्ते से बाहर आए।

करोलान, बिहारीपुर, मलूकपुर, जसोली, सराय खाम और अन्य क्षेत्रों में भी पुलिस ने भारी फोर्स तैनात की थी। खलील स्कूल के तिराहे और मस्जिदों तक बैरियर लगाकर सुरक्षा सुनिश्चित की गई।

इमामों ने नमाज के दौरान किसी भी विवादित बयान से परहेज किया। ग्यारहवीं शरीफ के अवसर पर गौस पाक हजरत अब्दुल कादिर जिलानी के जीवन और करामात पर प्रकाश डालते हुए लोगों को अमन और आपसी सौहार्द बनाए रखने की नसीहत दी गई।

इस तरह शहर में जुमे की नमाज पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई और प्रशासन की सतर्कता सराही गई।