लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रतिनिधिमंडल के बरेली जाने को लेकर राज्य सरकार और सपा के बीच तनाव बढ़ गया है। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि यह कदम “नौटंकी और बचकाना” है। मौर्य ने कहा, "सपा की राजनीति हमेशा मुस्लिम तुष्टिकरण के इर्द-गिर्द घूमती रही है। विधानसभा चुनाव 2027 में उनकी दुर्दशा तय है। यूपी में दंगा मुक्त माहौल, सुशासन और कानून व्यवस्था हमारी उपलब्धि है, और यह सपा को बर्दाश्त नहीं है।"

सपा का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को बरेली जाने वाला था। इसमें नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और कई सांसद शामिल थे। यह कदम 26 सितंबर को बरेली में हुए हाल के बवाल के बाद की स्थिति को देखते हुए उठाया गया था।

बरेली के जिला मजिस्ट्रेट ने सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश जारी किया कि बिना अनुमति कोई भी राजनीतिक प्रतिनिधि जिले में प्रवेश न करे। इसके बाद पुलिस ने कड़ी सुरक्षा बढ़ा दी और नेता प्रतिपक्ष के आवास पर भी बल तैनात किया।

उधर, बरेली जा रहे सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी, इकरा हसन और हरेंद्र सिंह मलिक के प्रतिनिधिमंडल को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर गाजीपुर सीमा के पास रोक दिया गया। सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने इसे "असंवैधानिक" बताते हुए कहा कि भाजपा सरकार पहले लोगों पर अत्याचार करती है और फिर उसे छुपाने की कोशिश करती है।

इस घटनाक्रम के बाद दोनों पक्षों के बीच राजनीतिक तनातनी और गहरी होती नजर आ रही है।