लखनऊ। सरोजिनी नगर के दरोगा खेड़ा रनियापुर मार्ग पर फॉरेंसिक साइंसेज इंस्टीट्यूट की बिल्डिंग बन रही है। जिसके एकेडमिक ब्लॉक की पोर्च की छत सोमवार दोपहर अचानक गिर गई। जिसके नीचे काम कर रहे चार मजदूर दबकर घायल हो गए और एक की मौत हो गई। मुख्यमंत्री ने पूरी घटना के उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। इसका शिलान्यास गृह मंत्री अमित शाह ने किया था।
शटरिंग गिरने से हुआ हादसा, ठेकेदार पर लापरवाही का आरोप
सरोजनी नगर में फॉरेंसिक साइंसेज इंस्टीट्यूट का निर्माण कार्य चल रहा है। सोमवार दोपहर बाद निर्मामाधीन पोर्च की छत अचानक गिर गई। चीख-पुकार सुनकर आसपास काम कर रहे मजदूर पहुंच गए। जिन्होंने जेसीबी की मदद से मलबा हटवाकर नीचे दबे मजदूरों को निकाला। मलबे के नीचे दबकर बिहार छपरा निवासी अनवर अली उर्फ अकरम (40), पश्चिम बंगाल के सुमीर महली, पालूश माड़ी व दुलाल और गोरखपुर के गोला निवासी दिग्विजय घायल हो गए। इन्हें बंथरा स्थित प्रसाद नर्सिंग होम में इलाज के लिए भर्ती कराया। जहां से गंभीर रूप से घायल अकरम को ट्रामा सेंटर रिफर कर दिया गया। वहां अकरम की इलाज के दौरान मौत हो गई।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख, जांच के लिए बनी तीन सदस्यीय कमेटी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्माणाधीन बिल्डिंग गिरने की घटना को संज्ञान में लिया है। उन्होंने जिला प्रशासन को घायलों को उचित इलाज कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम से कराने के निर्देश दिए। इसके लिए प्रमुख सचिव PWD, चीफ इंजीनियर PWD और एडीजी मोहित अग्रवाल की टीम बनाई गई है।
30 फीट ऊंचाई पर चल रही थी ढलाई
मजदूरों का कहना है कि स्लैब 30 फीट ऊंचाई पर ढाली जा रही थी। उसके बाद भी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। जिससे शटरिंग गिरने पर मलबे के नीचे दब गए और गंभीर रुप से घायल हो गए। वहीं कई बार कहने के बाद ठेकेदार ने जेसीबी मशीन मलबा हटाने के लिए बुलाई।
यूपी सरकार का है ड्रीम प्रोजेक्ट, गृह मंत्री ने किया था शिलान्यास
सरोजनीनगर में प्रदेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट फोरेंसिक साइंसेज लैब का निर्माण हो रहा है। जिसका शिलान्यास केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2021 में किया था।
भूमि पूजन के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमंडल के कई सहयोगियों मौजूद थे। उन्होंने आपराधिक मामलों का वैज्ञानिक पद्धति से इंवेस्टिगेशन करने में यूपी स्टेट फॉरेंसिक साइंस इंस्टीट्यूट मील का पत्थर साबित होने की बात कही थी।
इसका निर्माण लोक निर्माण विभाग जीएस एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से करा रहा है।