मैनपुरी उपचुनाव: सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने दर्ज की जीत

यूपी की चर्चित मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सपा प्रत्याशी डिम्पल यादव ने जीत दर्ज की है. उन्होंने बीजेपी के रघुराज शाक्य को 2,88,461 वोटों से हरा दिया है. यहां बीजेपी का सारा सियासी गणित फेल हो गया. इस बीच शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का विलय सपा में हो गया है. सैफई में अखिलेश ने चाचा शिवपाल यादव से मुलाकात की और एसपी चीफ ने उन्हें पार्टी का झंडा थमाया. इस मौके पर सपा और प्रसपा के सैकड़ों समर्थकों ने खूब तालियां बजाईं. जीत के बाद चुनाव अधिकारी ने डिम्पल को सर्टिफिकेट दिया.

जीत के बाद डिम्पल यादव ने कहा, ‘मैनपुरी की जनता और उन तमाम लोगों का शुक्रिया, जिन्होंने हमें समर्थन दिया है. मैंने कहा था कि मैनपुरी की जनता इतिहास रचने का काम करेगी और आज जनता ने इतिहास रच दिया. यह जीत नेताजी की जीत है और हमारी यह जीत नेताजी को श्रद्धांजलि के तौर पर उन्हें समर्पित है.’

शिवपाल बोले- उत्पीड़न के खिलाफ यह जनता की जीत

मैनपुरी संसदीय सीट की सभी पांच विधानसभा सीटों- मैनपुरी सदर, करहल, भोगांव, जसवंत नगर और किशनी में डिम्पल को बढ़त मिली. मैनपुरी में शानदार प्रदर्शन पर शिवपाल ने कहा, ‘यह जीत नेताजी के आशीर्वाद और आदर्श की है. उत्पीड़न के खिलाफ यह जनता की जीत है. जितना प्रताड़ित और उत्पीड़ित जनता को किया गया है, जनता ने उसका जवाब दिया है. मेरी बात सही साबित हुई और जसवंत नगर ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है. देखिए मुट्ठी अब हमारी बंध चुकी है, हम सभी एक हैं, पूरा परिवार एक है और मुझे जो जिम्मेदारी दी जाएगी मैं उसे निभाऊंगा. पूरा परिवार एक है. देखिए मैं 2027 तक प्रदेश की राजनीति में ही रहूंगा. मुझे राष्ट्रीय राजनीति में नहीं जाना. ऐसे में प्रदेश में पार्टी के तरफ से जो मुझे जिम्मेदारी मिलेगी, वो मैं निभाऊंगा.’

इस बीच मैनपुरी में जबरदस्त कामयाबी पर शिवपाल यादव ने ट्वीट किया. शिवपाल ने ट्वीट कर लिखा, मैनपुरी संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं से मिले आशीर्वाद, स्नेह और अपार जनसमर्थन के लिए सम्मानित जनता, शुभचिंतकों, मित्रों और कर्मठ कार्यकर्ताओं का हृदय से आभार. जसवंत नगर की सम्मानित जनता की ओर से डिम्पल यादव को दिए गए आशीर्वाद के लिए जसवंत नगर वासियों का सहृदय धन्यवाद.

जसवंतनगर में डिम्पल को मिले सबसे अधिक वोट

सबसे अहम बात यह है कि शिवपाल यादव के इलाके जसवंत नगर विधानसभा में डिम्पल यादव ने बड़ी बढ़त बना रखी है. यहां डिम्पल को सबसे ज्यादा वोट मिले हैं. इस बीच मैनपुरी में जीत की खूशबू मिलने के बाद अखिलेश यादव लखनऊ से सैफई पहुंचे और शिवपाल यादव से उनके आवास पर मुलाकात की.

इस बार मैनपुरी में 54.37 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2019 में हुए आम चुनाव में मतदान का यह प्रतिशत 57.37 प्रतिशत रहा था. सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद से खाली हुई इस सीट पर सपा से पूर्व सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिम्पल यादव चुनाव मैदान में हैं. बीजेपी ने शिवपाल यादव के करीबी रहे रघुराज शाक्य को चुनाव मैदान में उतारा.

सपा ने बीजेपी पर लगाए थे आरोप

यूपी की सियासत में मैनपुरी सीट के रिजल्ट को बेहद अहम माना जा रहा है. पूरे चुनाव पर समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का बड़ा आरोप लगाया और वहीं मतदान वाले दिन भी वोटरों को बाहर ना निकलने देने का दबाव भी प्रशासन पर लगाया था. यहां तक कि नतीजों से ठीक पहले रामगोपाल यादव ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर रामपुर में उपचुनाव रद्द कराने की मांग की. अब नतीजे की घड़ी है और मैनपुरी की लड़ाई दोनों पार्टियों के लिए बेचैनी का विषय भी बन गई.

डिम्पल की जीत के क्या मायने?

डिम्पल यादव चुनाव जीत गई हैं. इसमें शिवपाल यादव ही एक्स फैक्टर माना जा रहा है. करहल अखिलेश यादव का विधानसभा क्षेत्र है तो जसवंतनगर शिवपाल यादव का. चुनाव के दौरान कई लोग ऐसे भी मिले हैं, जो करहल और जसवंत नगर में ऊपर से कुछ और और अंदर से कुछ और नजर आए. हालांकि समाजवादी पार्टी के लोग दावा कर रहे थे कि डिम्पल यादव मुलायम सिंह यादव से भी ज्यादा वोटों से जीतेंगे.

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