बरेली में हाल ही में हुए बवाल के बाद मौलाना तौकीर रजा और उनके करीबियों की संपत्तियों की पैमाइश शुरू कर दी गई है। बीडीए ने डॉ. नफीस के जखीरा स्थित बरातघर को ध्वस्त कर दिया है और चिह्नित अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाने की संभावनाओं का संकेत दिया है।
बरेली विकास प्राधिकरण ने बवाल के दौरान सील की गई करीब 200 करोड़ रुपये की संपत्तियों के रिकॉर्ड खंगाले हैं, ताकि विधिक प्रक्रिया के तहत आगे कार्रवाई की जा सके। अब तक की जांच में बरातघर, होटल, दुकानों और आवासीय भवनों को मानचित्र नियमों के उल्लंघन में पाया गया है। यदि मानचित्र स्वीकृत नहीं है या निर्माण सरकारी जमीन पर किया गया है, तो इन संपत्तियों को बुलडोजर से ध्वस्त किया जाएगा।
बीड़ीए ने आरिफ का फहमलान, फ्लोरा गार्डन और उनकी पत्नी का स्काईलार्क होटल, फरीदापुर चौधरी स्थित पूर्व पार्षद वाजिद बेग का बेग पैलेस, पार्षद मैहसर खां के पिता नासिर खां का गैराज व वर्कशॉप और सपा पार्षद अब्दुल कय्यूम मुन्ना का बाइक शो-रूम सील कर दिया है।
इसके अलावा, नौमहला मस्जिद के पास मौलाना के करीबी नदीम द्वारा बनवाई गई चार दुकानों, फाइक एन्क्लेव में फरहत का मकान और नरियावल में शराफत का बरातघर भी सील किए गए हैं। मोहनपुर ठिरिया के प्रधान जाकिर का जिम और उनके करीबी इरफान का बर्फखाना भी सील की सूची में शामिल है। वहीं, नगर निगम ने नावल्टी चौराहे के पास पहलवान साहब की मजार के आसपास 74 दुकानों की मार्केट पर भी ताला लगाया है।
बीड़ीए का कहना है कि सभी अवैध निर्माणों की पहचान के बाद कार्रवाई लगातार जारी रहेगी और नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।