राज्यभर के कोटेदारों की तीन दिवसीय प्रतीकात्मक हड़ताल मंगलवार शाम समाप्त हो गई। अब बुधवार से सभी राशन कार्डधारकों को नियमित रूप से मुफ्त राशन का वितरण शुरू किया जाएगा। कोटेदार लंबे समय से कमीशन बढ़ाने, छह महीने से लंबित भुगतान को जारी करने और सिंगल स्टेप डिलीवरी प्रणाली लागू करने की मांग कर रहे थे। इन्हीं मुद्दों को लेकर 15 जुलाई को जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन हुआ था, जबकि 18 जुलाई को लखनऊ स्थित जवाहर भवन का घेराव कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया।
इस बीच शासन ने 20 जुलाई से 10 अगस्त तक राशन वितरण के निर्देश दिए थे, लेकिन कोटेदार संगठन ने 20 से 22 जुलाई तक प्रतीकात्मक हड़ताल का ऐलान किया था। इस दौरान अधिकांश स्थानों पर खाद्यान्न वितरण प्रभावित रहा। तीन दिन में पूरे प्रदेश में महज 6.70 प्रतिशत राशन ही वितरित हो सका, जबकि सामान्य तौर पर पहले तीन दिनों में 25 से 30 प्रतिशत खाद्यान्न बांटा जाता रहा है।
मंडलवार वितरण का हाल:
- लखनऊ – 3.3%
- लखीमपुर – 15.17%
- उन्नाव – 6.42%
- रायबरेली – 1.36%
- सीतापुर – 1.06%
- हरदोई – 4.23%
कोटेदारों ने जताई चेतावनी
ऑल इंडियन फेयर प्राइस शॉप डीलर एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव अशोक सिंह ने कहा कि तीन दिवसीय हड़ताल ने सरकार का ध्यान हमारी मांगों की ओर खींचा है। यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो राज्यस्तरीय बैठक बुलाकर आगे की आंदोलनात्मक रणनीति तैयार की जाएगी।