समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र और विपक्ष को कमजोर करने की साजिश कर रही है। हम संसद के भीतर और बाहर दोनों जगह वोटों की चोरी रोकने और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा हर बिरादरी के बड़े नेताओं को खत्म करना चाहती है और पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का भी अपमान किया गया।
प्रो. यादव मंगलवार को दौराला स्थित एमबी फार्म हाउस पर स्वर्गीय चौधरी सत्यप्रकाश की 17वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पहुंचे। कार्यक्रम के आयोजक चौधरी विनीत भराला ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर सांसद हरेंद्र मलिक, विधायक पंकज मलिक और अन्य अतिथियों ने भी चौधरी सत्यप्रकाश के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
रामगोपाल यादव ने मंच से कहा कि सत्यपाल मलिक जब गंभीर रूप से बीमार थे, तब उन पर मुकदमा दर्ज कराया गया। भ्रष्टाचार करने वालों को इलेक्टोरल बांड के जरिये लाभ पहुंचाया गया, जबकि घोटाले की शिकायत करने वालों पर ही कार्रवाई हुई। उन्होंने कहा कि हरियाणा में सभापति चुनाव का उदाहरण सबके सामने है, जहां जीतने वाले को हार घोषित कर दिया गया। बाद में सुप्रीम कोर्ट में ईवीएम जांच के बाद वह उम्मीदवार एक हजार वोटों से विजयी साबित हुआ।
उन्होंने एनआरसी पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इसे अलग-अलग रूपों में लागू करने की कोशिश हो रही है। इसलिए 18 वर्ष से ऊपर के युवाओं को अपना वोट बनवाना बेहद जरूरी है, वरना भविष्य में नागरिकता साबित करना मुश्किल होगा।
सांसद हरेंद्र मलिक ने कहा कि पीडीए जनता की लड़ाई लड़ रहा है और सपा सबको सम्मान देती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने ही नेता को श्रद्धांजलि तक नहीं दी, ऐसी पार्टी जनता के हितों का सम्मान कैसे करेगी।
विधायक पंकज मलिक ने कहा कि जब भी सरकार की गलत नीतियां सामने आती हैं, सपा दोनों सदनों में मजबूती से जनता की आवाज उठाती है। वहीं आयोजक विनीत भराला ने कहा कि उनके पिता ने संघर्ष करके सपा को मजबूत किया और यही कारण है कि आज भी लोग उन्हें याद करते हैं।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान ने बढ़ती महंगाई, भ्रष्टाचार और किसानों के गन्ने के भुगतान में देरी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह लड़ाई झूठ फैलाने वालों के खिलाफ है और जनता को सपा का साथ देकर इन्हें हराना होगा।
कार्यक्रम में विधायक शाहिद मंजूर, आदिल चौधरी, प्रभुदयाल वाल्मीकि, डॉ. अरविंद, मोनू पंवार, शमशाद रिजवी, दिवाकर दूबे, सुदेशपाल, सम्राट मलिक, सैय्यद रिहानुद्दीन समेत अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे। कैराना सांसद इकरा हसन का नाम बैनर में शामिल था, लेकिन वह कार्यक्रम में नहीं पहुंच सकीं। मंच संचालन अजीत कुमार ने किया।