सैफई (लखनऊ)। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को अपने पैतृक गांव सैफई पहुंचे और यहां पार्टी समर्थकों के साथ मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर तीखा हमला किया।
अखिलेश ने जीएसटी में हुए हालिया बदलावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब जीएसटी लागू किया गया था, तो दावा किया गया था कि यह व्यापारिक व्यवस्था को सरल बनाएगा और कारोबारियों को फायदा पहुंचेगा। लेकिन अब भाजपा सरकार गरीबों को राहत देने के नाम पर स्लैब में बदलाव कर रही है। उन्होंने कहा कि मुनाफाखोरी की आदतें इतनी गहरी हो चुकी हैं कि कोई भी संशोधन इसे रोक नहीं सकता। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि पारले के बिस्किट, साबुन और क्रीम के पैकेट पहले छोटे किए गए थे, क्या अब इन्हें बड़े पैकेट में वापस किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी अखिलेश ने निशाना साधते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को आउटसोर्स करने की जरूरत पड़ गई है। उन्होंने दावा किया कि आगामी 2027 का विधानसभा चुनाव जनता का बदलाव लाने वाला जनादेश साबित होगा और भाजपा की विदाई के बाद आरक्षण, संविधान और गरीबों के हित सुरक्षित होंगे।
इकाना स्टेडियम के संचालन पर भी सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि स्टेडियम समाजवादी सरकार ने बनवाया था, लेकिन भाजपा सरकार इसे चालू नहीं कर पा रही और न ही खेल आयोजन करवा रही है।
किसानों की समस्याओं पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि डीएपी खाद उपलब्ध नहीं हो रही है, जबकि बड़े पैमाने पर खेती करने वाले ही इसे इस्तेमाल कर रहे हैं। कीटनाशक महंगे हो गए हैं और बाढ़ से हुए नुकसान की भरपाई भी नहीं हुई। इसके अलावा, अमेरिकी टैरिफ के कारण भदोही, मुरादाबाद, मेरठ और फिरोजाबाद सहित कई एक्सपोर्ट सेक्टर प्रभावित हुए हैं।
अखिलेश ने कहा कि यह स्थिति किसानों की आय बढ़ाने के बजाय पूरी तरह से बिगाड़ रही है और इसे तुरंत सुधारने की जरूरत है।