सावन माह की कांवड़ यात्रा 2025 ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत की सड़कों को आस्था के रंग में रंग दिया है। दिल्ली–हरिद्वार हाईवे से लेकर मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और बागपत जैसे शहरों तक ‘हर हर महादेव’ की गूंज सुनाई दे रही है।
शिवभक्तों की टोलियां डीजे, ढोल और भजन मंडलियों के साथ झूमती हुईं, कंधों पर गंगाजल लिए अपने-अपने गंतव्यों की ओर बढ़ रही हैं। कई जगहों पर श्रद्धालु उत्सव जैसा माहौल बना रहे हैं। दिन-रात हाईवे पर भक्तों की आवाजाही जारी है। डाक कांवड़िए तेज़ गति से दौड़ते हुए आगे बढ़ रहे हैं, जबकि अन्य कांवड़िए भजनों की लय पर थकान भूलकर चलते दिखाई दे रहे हैं।
कांवड़ शिविरों में भंडारे और सेवा कार्य में लगे युवा भी पूरी श्रद्धा से योगदान दे रहे हैं। भीड़ और ट्रैफिक की धीमी रफ्तार के बावजूद शिवभक्तों का उत्साह देखते ही बनता है।
गौरतलब है कि इस बार महाशिवरात्रि 23 जुलाई को मनाई जाएगी। शाम और रात के समय कांवड़ मार्गों पर मेला-सा माहौल है। आम नागरिक भी कांवड़ दर्शन के लिए सड़कों पर पहुंच रहे हैं और कई स्थानों पर कांवड़ियों पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया जा रहा है। मुजफ्फरनगर में सीओ ऋषिका सिंह द्वारा महिला कांवड़ियों की सेवा में पैर दबाते हुए देखा जाना भी श्रद्धा और सेवा भाव का अनूठा उदाहरण बना।