लखनऊ।केंद्र में तीसरी बार मोदी सरकार बनने के बाद मंत्रियों के पोर्टफोलियो की जानकारी सार्वजनिक कर गई है। मोदी 3.0 कैबिनेट में उत्तर प्रदेश से 10 मंत्री शामिल किए गए हैं। इन दस मंत्रियों को मिली मंत्रालय एवं विभाग की जिम्मेदारी कुछ इस प्रकार है। बता दें कि इनमें से दो राजनाथ सिंह एवं हरदीप पुरी (राज्यसभा सदस्य) को कैबिनेट में शामिल किया गया है।

प्रधानमंत्री मोदी के बाद केंद्रीय कैबिनेट में राजनाथ सिंह का शीर्ष दर्जा बरकरार रखा है। उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया है। राज्यसभा सदस्य हरदीप पुरी को कैबिनेट मंत्री व रालोद प्रमुख जयंत चौधरी राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार का दर्जा दिया गया है।

उत्तर प्रदेश के कोटे के मंत्रियों को मिला ये मंत्रालय/विभाग देखें लिस्ट- 

नाममंत्री पदमंत्रालय/विभागसंसदीय क्षेत्र
राजनाथ सिंहकैबिनेट मंत्रीरक्षा मंत्रालयलखनऊ
हरदीप पुरीकैबिनेट मंत्रीपेट्रोलियम मंत्रीराज्यसभा सदस्य
बीएल वर्माराज्य मंत्रीउपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालयराज्यसभा सदस्य
जयंत चौधरीस्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्रीकौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, शिक्षा मंत्रालयराज्यसभा सदस्य (रालोद)
पकंज चौधरीराज्य मंत्रीवित्त मंत्रालयमहाराजगंज
जितिन प्रसादराज्य मंत्रीवाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालयपीलीभीत
एसपी सिंह बघेलराज्य मंत्रीग्रामीण विकास मंत्रालय, संचार मंत्रालयआगरा
कीर्तिवर्धन सिंहराज्य मंत्रीपर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, विदेश मंत्रालयगोंडा
कमलेश पासवानराज्य मंत्रीग्रामीण विकास मंत्रालयबांसगांव
अनुप्रिया पटेलराज्य मंत्रीस्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालयमिर्जापुर (अपना दल 'एस')

सात राज्य मंत्री भी यूपी को हासिल हुए हैं। राज्य मंत्रियों में पीलीभीत से सांसद जितिन प्रसाद, गोंडा से सांसद कीर्तिवर्धन सिंह, आगरा से सांसद एसपी सिंह बघेल, महाराजगंज से सांसद पंकज चौधरी, बांसगांव से सांसद कमलेश पासवान व मिर्जापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल शामिल हैं।

राजनाथ सिंह- लखनऊ से लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने वाले राजनाथ सिंह भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं। वह मोदी सरकार 2.0 में रक्षा मंत्री थे। मोदी की पहली सरकार में वे गृहमंत्री बनाए गए थे। वर्ष 2000 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे। इससे पहले नवंबर 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री बने। 2003 में राजनाथ सिंह केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में कृषि मंत्री बने थे। बतौर कृषि मंत्री इनके कार्यकाल में लिए गए निर्णय आज भी याद किए जाते हैं। राजनाथ भाजपा के दो बार राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। 

हरदीप पुरी- हरदीप सिंह पुरी उप्र कोटे से राज्यसभा सदस्य हैं। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री और आवास और शहरी मामलों के मंत्री थे। वे राजनेता बनने से पहले राजनयिक रह चुके हैं। 1974 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी हैं। वर्ष 2014 में भाजपा में शामिल हुए थे। वर्ष 2020 में यूपी से राज्यसभा सदस्य बने थे।

जयंत चौधरी- रालोद के जयन्त चौधरी पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह के पौत्र व पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह के पुत्र हैं। वे वर्ष 2022 में सपा की मदद से राज्यसभा सदस्य बने थे। जयन्त लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सपा से नाता तोड़कर एनडीए में शामिल हो गए थे। जयन्त को मोदी सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाया गया है। अब वे मोदी सरकार में जाट चेहरा होंगे।

अनुप्रिया पटेल- एनडीए के महत्वपूर्ण घटक अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में मीरजापुर लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार जीतकर संसद पहुंची हैं। अनुप्रिया पटेल वर्ष 2016 से 2019 तक केंद्र सरकार में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्यमंत्री थीं। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री बनीं। अनुप्रिया पटेल अपने पिता अपना दल के संस्थापक डा. सोनेलाल पटेल की विरासत को आगे बढ़ा रही हैं। इनके पति आशीष पटेल उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री हैं।

पंकज चौधरी- महराजगंज से सातवीं बार सांसद बने पंकज चौधरी को लगातार दूसरी बार केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी गई है। महज 27 वर्ष की उम्र में पहली बार सांसद बने पंकज चौधरी ने 1999 व 2009 के चुनावों छोड़ सभी चुनाव में जीत हासिल की है। हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव में पंकज चौधरी को पहली बार अपने गढ़ में चुनौती मिली। 2019 के चुनाव में 3.40 लाख मतों के भारी अंतर से जीतने वाले पंकज चौधरी ने कांग्रेस प्रत्याशी को महज 35,451 मतों से पराजित कर चुनावी जीत की दूसरी हैट्रिक लगाई है।

कीर्तिवधन सिंह- एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल में राज्यमंत्री बनाए गए कीर्तिवर्धन सिंह गोंडा लोकसभा सीट से पांचवीं बार सांसद बने हैं। विज्ञान परास्नातक कीर्तिवर्धन सिंह ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत 1998 में सपा से की थी। वह भाजपा प्रत्याशी बृजभूषण शरण सिंह को हराकर पहली बार सांसद बने। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले वह भाजपा में शामिल हो गए और तब से अब तक सभी चुनाव में जीत हासिल की। सपा की श्रेया वर्मा को हराकर उन्होंने जीत की हैट ट्रिक लगाई है। कीर्तिवर्धन सिंह के पिता भी गोंडा लोकसभा सीट से चार बार सांसद रहे हैं। पैरा ग्लाइडिंग के शौकीन कीर्तिवर्धन सिंह सरलता व सज्जनता के लिए जाने जाते हैं।

जितिन प्रसाद- जितिन प्रसाद पीलीभीत से लोकसभा चुनाव जीते हैं। वे शाहजहांपुर व धौरहरा से सांसद रह चुके हैं। वर्ष 2021 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। पार्टी ने उन्हें ब्राह्मण चेहरे के तौर पर प्रस्तुत किया है। भाजपा में शामिल होने के कुछ दिन बाद ही उन्हें योगी सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री बनाया गया। वर्ष 2022 में प्रदेश में दोबारा भाजपा सरकार बनने पर लोक निर्माण विभाग मंत्री बने। लोकसभा चुनाव में उन्हें वरुण गांधी के स्थान पर पीलीभीत के मैदान में उतारा गया था। कांग्रेस की केंद्र सरकार में इस्पात राज्यमंत्री रह चुके हैं।