वृंदावन में यमुना नदी का बढ़ता जलस्तर लोगों के लिए चिंता का कारण बन गया है। तेज बहाव के कारण नदी के पानी ने घाटों, कॉलोनियों और सड़कों में प्रवेश कर दिया है। सुरक्षा के लिहाज से कई घाटों को बंद कर दिया गया है और वहां पुलिस व पीएसी तैनात किए गए हैं। अब तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से डेढ़ हजार से अधिक लोगों को नावों के जरिए सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया है, जबकि पशुओं को भी सुरक्षित शरण दी गई है।

भक्ति विहार, घनश्याम वाटिका, श्रीजी वाटिका, टटिया स्थान की गोशाला, श्याम नगर, केशव नगर, अक्रूर धाम, मोहिनी नगर समेत कई इलाकों में हालात गंभीर हैं। प्रशासन ने कई सड़क मार्गों पर बैरिकेडिंग की है और राहत एवं बचाव कार्य जारी रखा है। शहर के भीतर नावों के जरिए लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है।

यमुना के बढ़ते जलस्तर के चलते नागरिक पूरी रात सतर्क रहे। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को प्राथमिकता देते हुए उन्हें सुरक्षित केंद्रों में स्थानांतरित किया गया। पीने का पानी, भोजन और चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था प्रशासन द्वारा सुनिश्चित की गई है।

जिलाधिकारी सीपी सिंह ने नागरिकों से अपील की है कि अफवाहों से बचें, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबरों से संपर्क करें।