‘द कश्मीर फाइल्स’ को सीबीएफसी ने बिना किसी कट के पास किया था

विवेक अग्निहोत्री की ‘द कश्मीर फाइल्स‘ हर तरफ से प्रतिक्रियाओं के साथ सुर्खियों में है. 1990 के दशक में घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर केंद्रित ये फिल्म भाजपा और विपक्षी दलों के इस पर परस्पर विरोधी विचारों की वजह से विवादों में घिर गई है. एक तरफ इस फिल्म को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कई दूसरे लोगों का समर्थन मिला, तो दूसरी तरफ आधा सच दिखाने के लिए इसकी आलोचना भी की जा रही है. हालांकि, इतनी आलोचना और ढेर सारी प्रतिक्रियाएं झेलने के बाद भी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बेहतरीन कारोबार कर रही है.

सीबीएफसी बोर्ड के हिस्सा थे विवेक अग्निहोत्री

इतना ही नहीं केंद्र सरकार ने डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री को पूरे भारत में सीआरपीएफ कवर के साथ ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है. अग्निहोत्री को सुरक्षा की ये तीसरी सबसे बड़ी श्रेणी दी गई है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ को सीबीएफसी ने बिना किसी कट के पास कर दिया था और विवेक अग्निहोत्री खुद बोर्ड का हिस्सा थे?

टीएमसी के प्रवक्ता साकेत गोखले ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया और लिखा, “कश्मीरी पंडितों के दर्द का इस्तेमाल बेशर्मी से नफरत फैलाने, ध्रुवीकरण करने और करोड़ बनाने के लिए किया गया है, केवल बीजेपी के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए.” [sic] उनकी पोस्ट देखें.

रिलीज से पहले, विवेक अग्निहोत्री ने अपने ट्विटर अकाउंट को डीएक्टिवेट कर दिया था और दावा किया था कि उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही थी. 19 फरवरी को उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर ये कहते हुए एक मैसेज डाला था कि उन्होंने अपना ट्विटर हैंडल डीएक्टिवेट कर दिया है. इसके पीछे की वजह बताते हुए, उन्होंने एक ओपन लेटर में दावा किया कि उन्हें मौत की धमकी मिल रही थी जो “मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण” थीं.

हाल ही में रिलीज हुई है ये फिल्म

‘द कश्मीर फाइल्स’ को उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा, गोवा, हरियाणा, गुजरात और उत्तराखंड समेत कई राज्यों में टैक्स-फ्री घोषित किया गया है. इसके साथ ही ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भी धमाल मचाए हुए है. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ से ज्यादा का कारोबार कर लिया है. साथ ही इस फिल्म को 4, 000 से भी ज्यादा स्क्रीन्स मिले हैं. लोगों को भी ये फिल्म काफी पसंद आ रही है. सभी इस फिल्म को फिल्म मानने से भी इनकार कर रहे हैं. उनका ऐसा मानना है कि ये महज एक फिल्म नहीं बल्कि ये उस वक्त की सच्चाई है जो सिनेमा के जरिए लोगों को दिखाई गई है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here