लखनऊ. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का शनिवार को लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआईएमएस) में निधन हो गया. इनके निधन पर प्रदेश और केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी में शोक की लहर है. पूर्व सीएम के निधन पर उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने एक बड़ा ऐलान किया है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि पूर्व सीएम कल्याण सिंह के नाम पर लखनऊ, अयोध्या, प्रयागराज, बुलंदशहर और अलीगढ़ में एक-एक सड़क होगी. इसके साथ ही अयोध्या में राम जन्मभूमि की ओर जाने वाली सड़क भी कल्याण सिंह के नाम पर होगी. इससे पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में तीन दिन का शोक और 23 अगस्त को प्रदेश के अंदर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का ऐलान किया है. सीएम योगी ने यह घोषणा इसलिए की थी कि लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकें.
पूर्व सीएम कल्याण सिंह भाजपा के कद्दावर नेता रहे थे और यूपी में बीजेपी को लाने का योगदान कल्याण सिंह को ही है. मूल रूप से अलीगढ़ के अतरौली तहसील के रहने वाले कल्याण सिंह ने प्रदेश में भाजपा के एक अलग पहचान दिलाई थी. कल्याण सिंह का नाम सबसे अधिक चर्चा में उस समय रहा जब 6 दिसंबर 1992 को कार सेवकों ने अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहा दी. इसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने मस्जिद गिरते ही इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सीएम पद से इस्तीफा दे दिया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लखनऊ में यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन के लिए उनके आवास पर पहुंचे. पीएम मोदी ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की. कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर उनके पैतृक जिले अलीगढ़ लाया गया और यहां पर भाजपा नेताओं सहित कई लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए. पूर्व सीएम कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार बुलंदशहर के नरौरा के गंगा तट पर किया जाएगा. इस दौरान यूपी के मुख्यमंत्री सहित भाजपा के कई नेता मौजूद रहेंगे.