अखिलेश की सोच और नजरिए में ही खोट : सिद्धार्थनाथ

लखनऊ। अखिलेश की सोच और नजरिए में खोट है। यही वजह है कि उनको सिर्फ सिक्के का एक ही पहलू दिखता है। वे अपराध की एक घटना को तिल का ताड़ बनाने का प्रयास करते हैं।

ये बातें राज्य सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बुधवार को जारी एक बयान में कही। उन्होंने कहा कि उनको वह तस्वीरें कभी नहीं दिखीं, जिनमें गले में मैं अपराधी हूं का तख्ती लटकाकर अपराधी आए दिन थानों में सरेंडर करने आते हैं। अपराध के आंकड़ों में आई कमी भी नहीं दिखती। दिखेगी भी क्यों, आपके शासन काल की एकमात्र उपलब्धि ही अराजकता रही है। आप और आपकी पार्टी के लोग ही ऐसे लोगों के रहनुमा रहे हैं, ऐसे तत्वों को खाद-पानी देते रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सत्ता संभालने के पहले दिन से ही सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। जिन अपराधियों और माफियाओं को पाला-पोसा था उनकी करीब 16 अरब की चल-अचल सम्पत्तियां या तो जमींदोज हो गई या कुर्क या जब्त। करीब 150 अपराधी अब तक पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। 3200 से अधिक ऐसी ही मुठभेड़ों में घायल हो चुके हैं। इनमें 12 जवानों की भी शहादत हुई। ऐसे में अखिलेश यादव जब कानून व्यवस्था की बात करते हैं तो इन जवानों की शहादत का भी अपमान करते हैं। जनता ने आपको कानून व्यवस्था के मामले पर ही खारिज किया। आपको तो इस मामले पर बोलने का कोई नैतिक हक ही नहीं, पर सपा का नैतिकता से क्या सरोकार। बोलते रहिए। पब्लिक सब जानती है। देख रही है। समय आने पर जवाब देने को बेताब भी है।

मालूम हो कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक ट्वीट में सीतापुर के एक डॉक्टर की हत्या को लेकर प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर तंज कसा था। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि सीतापुर के हरगांव क्षेत्र में एक डॉक्टर की हत्या और उनके पिता पर कातिलाना हमले की घटना से प्रदेश भयभीत है और अपराधी बेखौफ। उनके इसी ट्वीट के जवाब में राज्य सरकार के प्रवक्ता ने उक्त बातें कहीं।

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