अलीगढ़। शहर में बुधवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान हालात उस वक्त बिगड़ गए जब कार्रवाई के विरोध में भीड़ ने एसडीएम अतरौली की गाड़ी पर हमला कर दिया। ईंट-पत्थर बरसाए गए और अफरातफरी के बीच अधिकारी को करीब डेढ़ किलोमीटर तक भागकर अपनी जान बचानी पड़ी।

घटना महुआखेड़ा क्षेत्र के कयामपुर गांव की है, जहां प्रशासन और नगर निगम की संयुक्त टीम सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने पहुंची थी। टीम ने गाटा संख्या 328 की करीब 1730 मीटर जमीन पर बनी दीवार को जेसीबी से ढहाया। कार्रवाई का विरोध करते हुए दर्जनों महिलाएं और पुरुष मौके पर जुट गए और हंगामा शुरू कर दिया। कई लोगों ने जेसीबी के सामने लेटने की कोशिश की, जिसके बाद प्रशासनिक टीम को पीछे हटना पड़ा।

इसी दौरान, उसी रास्ते से गुजर रहे एसडीएम अतरौली सुमित कुमार की गाड़ी पर भीड़ ने हमला कर दिया। पत्थर लगने से वाहन के शीशे चकनाचूर हो गए। अचानक हुए हमले में एसडीएम और चालक सोनू बाहर निकलकर भागे। बताया गया कि दोनों को उपद्रवियों ने लगभग एक किलोमीटर तक दौड़ाया। रास्ते में चालक गिर पड़ा, जिसे भीड़ ने पकड़ लिया और कुछ दूरी तक खींचते हुए ले गई। काफी समझाने-बुझाने के बाद उसे छोड़ा गया।

वहीं, गाड़ी में बैठे गनर अमरीश पर भी भीड़ ने हमला कर दिया। बाद में एक सब्जी विक्रेता ने बीच-बचाव कर किसी तरह उन्हें वहां से बाहर निकाला। तीनों को चोटें आई हैं, जिनका प्राथमिक उपचार कराया गया है।

सूचना मिलते ही सीओ द्वितीय कमलेश कुमार, महुआखेड़ा इंस्पेक्टर जोगेंद्र सिंह, गांधीपार्क इंस्पेक्टर राजवीर सिंह और महिला थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया और स्थिति पर काबू पाया।

फिलहाल इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। कुछ युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। नगर निगम के संपत्ति लिपिक विजय गुप्ता की तहरीर पर प्रीति, सचिन, पप्पू, बबीता, सतीश सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।