पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का आज आधिकारिक ऐलान कर दिया गया। इस बार चुनाव दो चरणों में होंगे, जिसमें पहले चरण में 6 नवंबर को 121 सीटों और दूसरे चरण में 11 नवंबर को 122 सीटों पर मतदान होगा। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। यह पहली बार है जब बिहार में चुनाव दो चरणों में हो रहा है। इससे पहले 2020 में तीन और 2015 में पांच चरणों में मतदान हुआ था।

वोटरों और सीटों का विवरण
बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटों में 203 सामान्य, 38 अनुसूचित जाति और 2 अनुसूचित जनजाति सीटें शामिल हैं। राज्य में 3.92 करोड़ पुरुष और 3.40 करोड़ महिला मतदाता हैं, जबकि 14 लाख पहली बार वोट देने वाले मतदाता भी हैं। इसके अलावा 14 हजार वोटर 100 वर्ष से अधिक उम्र के हैं।

राज्य में कुल 90,412 पोलिंग स्टेशन तैयार किए गए हैं। प्रत्येक पोलिंग केंद्र पर 1,200 से अधिक मतदाता नहीं होंगे। दिव्यांग मतदाताओं के लिए फॉर्म-20 के जरिए होम वोटिंग की सुविधा रहेगी। प्रत्येक बूथ पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था भी की जाएगी।

चुनाव आयोग की पहल और सुरक्षा व्यवस्था
चुनाव आयोग ने कहा कि इस बार बिहार चुनाव सुगम, सरल और पारदर्शी होंगे। फर्जी खबरों और अफवाहों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी। आयोग ने 17 नई पहल की जानकारी दी है, जिनमें शामिल हैं:

  • EVM में उम्मीदवारों की रंगीन फोटो और स्पष्ट सीरियल नंबर

  • पोस्टल बैलट की गिनती लास्ट दो राउंड से पहले अनिवार्य

  • प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में बाहरी राज्यों के पर्यवेक्षक

  • मतदाता हेल्पलाइन 1950 और ECINET पर BLO से संपर्क की सुविधा

  • वोटर कार्ड के नए पते या नई प्रविष्टियों के लिए ECINET के 40 ऐप्स

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि राजनीतिक दलों ने छठ पूजा के तुरंत बाद चुनाव कराने का सुझाव दिया था। सभी सीटों पर मतदान 22 नवंबर से पहले संपन्न होगा।

नामांकन और वोटर लिस्ट
चुनाव आयोग ने कहा कि अगर किसी का नाम वोटर लिस्ट से छूट गया हो तो नामांकन के 10 दिन पहले तक उसे जोड़ा जा सकता है। 24 जून से वोटर लिस्ट का शुद्धिकरण शुरू हुआ और 30 सितंबर को अंतिम सूची जारी की गई।