जहां एक तरफ पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है, वहीं मैदान में बेमौसम बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। आगरा और मथुरा समेत पूरे ब्रज में बेमौसम बारिश आफत बनकर बरस रही है। मथुरा जिले में बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान की मौत हो गई है। जिले में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई है, जिससे सरसों की फसल चौपट हो गई है। आगरा जनपद में शनिवार तड़के हुई तेज बारिश से मौसम का मिजाज बिगड़ गया। पूस के महीने में सावन जैसी स्थिति है। शहरों की सड़कों पर जलभराव हो गया है। खेतों में फसलें जलमग्न हो गई हैं। मैनपुरी, एटा और कासगंज जिलों में तेज बारिश हुई है, जिससे फसलों को काफी नुकसान होने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण बारिश हो रही है। रविवार को भी बारिश होने के आसार हैं।
मथुरा के छाता क्षेत्र में शनिवार की सुबह बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से लीलाधार (58) नाम के किसान की मौत मौत हो गई। एक अन्य किसान झुलस गया है। सूचना पर पहुंचे नायाब तहसीलदार ने मृतक के परिवार को आर्थिक मदद दिलाने का आश्वासन दिया है। वहीं पुलिस ने किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
मथुरा के गोवर्धन और बरसाना क्षेत्र में शुक्रवार रात को बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई, जिससे खेतों में सरसों की फसल चौपट हो गई। गांव डाहरोली के किसानों ने शनिवार की सुबह बरसाना गोवर्धन मार्ग पर जाम लगा दिया और शासन-प्रशासन से आर्थिक मदद दिए जाने की मांग की।
आगरा में बुधवार को मौसम का मिजाज बिगड़ा। गुरुवार और शुक्रवार को बूंदाबांदी और फुहारें पड़तीं रहीं, लेकिन शनिवार तड़के झमाझम बारिश शुरू हुई, जो सुबह 10 तक रुक-रुककर होती रही। बारिश के साथ सर्द हवा भी चली, जो शूल की तरह से चुभी। देहात क्षेत्रों में बारिश से आलू फसलों को काफी नुकसान हुआ है।
एटा में शनिवार तड़के से शुरू हुई रिमझिम बरसात के बाद सुबह करीब नौ बजे झमाझम बारिश होने लगी। घंटे भर हुई बरसात से शहर के अधिकांश रास्ते पानी में डूब गए। बाजारों में जलभराव हो गया। तेज बरसात से सरसों, आलू, मटर और गोभी की फसल को भी नुकसान हुआ है। मैनपुरी जिले में भी रुक-रुककर बारिश हो रही है।
आगरा जिले में तीन दिन में करीब 14 मिमी बारिश हो चुकी है। हालांकि शनिवार को तापमान सामान्य से आठ डिग्री ज्यादा है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान केंद्र के मुताबिक अगले दो दिनों में बारिश के आसार बने रहेंगे। गरज-चमक के साथ दिन में एक से दो बार तक बारिश हो सकती है।