सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां ने रामपुर में अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया और कहा कि यदि कोई भी आरोप साबित होता है, तो वे जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी कोई अन्याय या ज्यादती नहीं की।

दिल्ली से मेडिकल चेकअप कराकर रामपुर लौटे आजम खां अपने समर्थकों से मिल रहे हैं और उनके घरों तक भी पहुंचे। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में सेवा का उद्देश्य केवल लोगों के लिए अच्छा करना था। उन्होंने कहा कि आयकर और सीबीआई जैसी संस्थाओं ने उनके घर और कार्यालय की जांच की, लेकिन किसी भी तरह का दोष नहीं पाया गया।

जमीन कब्जाने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि जिन जमीनों के लिए उन पर आरोप लगाए गए, वह सरकारी थी और उसका उपयोग गरीबों के लिए आवास निर्माण में किया गया। उन्होंने रामपुर को विश्व मानचित्र पर लाने में अपने योगदान का भी जिक्र किया।

आजम खां ने राजनीति में आने के पीछे की मजबूरी का भी खुलासा किया और कहा कि वे शुरू में लैक्चरर बनना चाहते थे, लेकिन मजबूरी में राजनीति में आए। उन्होंने यह भी कहा कि उनका व्यक्तित्व और उनके कार्य हमेशा साफ-सुथरे रहे हैं।

सपा नेता ने विपक्ष में जाने या किसी अन्य दल में शामिल होने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि वे न धोखा देंगे और न धोखा स्वीकार करेंगे। उनका कहना है कि वे दिल से सियासत करते हैं, दिमाग से नहीं, और यही उनकी ताकत है।