बागपत। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के दिल्ली-एनसीआर महासचिव प्रदीप धामा की पत्नी वर्षा धामा की मंगलवार रात सांप के डसने से मौत हो गई। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान यह घटना हुई, जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना है कि चिकित्सकों ने एंटी स्नेक वेनम की ओवरडोज दे दी, जिससे वर्षा की जान चली गई।
घटना के बाद परिजनों और भाकियू कार्यकर्ताओं ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया और शव को रखकर धरना दे दिया। देर रात करीब तीन बजे तक प्रदर्शन जारी रहा।
जानकारी के अनुसार, वर्षा धामा, जो मूल रूप से निबाली गांव की रहने वाली थीं और फिलहाल यमुना रोड पर रहती थीं, को मंगलवार रात घर में सांप ने काट लिया था। परिवारजन पहले उन्हें बागपत सीएचसी ले गए, जहां हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इलाज के दौरान वर्षा ने दम तोड़ दिया।
प्रदीप धामा के चाचा और भाकियू के जिलाध्यक्ष प्रताप गुर्जर ने कहा कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही स्पष्ट है। उन्होंने मांग की कि पूरे मामले की जांच कर दोषी चिकित्सकों पर कार्रवाई की जाए।
इस पर इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. विक्रांत चौबे ने सफाई दी कि वर्षा को सांप ने काटा था और उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। ओवरडोज देने का आरोप बेबुनियाद है।
पुलिस ने शव का पंचनामा भरने की कोशिश की, लेकिन परिजनों ने पोस्टमार्टम से पहले जांच की मांग करते हुए मना कर दिया। मामला फिलहाल जांच के अधीन है।