उत्तर प्रदेश के हापुड़ जनपद के भमैड़ा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में शनिवार को एक बड़ी लापरवाही सामने आई। स्कूल की जर्जर छत से अचानक प्लास्टर गिरने से दो छात्र घायल हो गए। घटना उस वक्त हुई जब बच्चे लंच ब्रेक में थे, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। सूचना मिलते ही एसडीएम, तहसीलदार और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। जिलाधिकारी ने बच्चों की कक्षाएं पास के ही एक अन्य भवन में स्थानांतरित करने के निर्देश दिए।
पहले भी गिरा था प्लास्टर, फिर भी नहीं हुई कार्रवाई
प्राथमिक विद्यालय का भवन काफी पुराना और जर्जर हालत में है, जिसे पहले ही ध्वस्तीकरण सूची में डाला जा चुका है। बच्चों की पढ़ाई इसी परिसर के अन्य कमरों में कराई जा रही थी, लेकिन वहां की हालत भी ठीक नहीं है। करीब दो सप्ताह पूर्व भी इसी छत का प्लास्टर गिरा था, जिसकी जानकारी प्रधानाध्यापक ने व्हाट्सएप ग्रुप पर फोटो के साथ अधिकारियों को दी थी, मगर इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
कक्षा पांच के छात्र-छात्रा घायल
शनिवार को दोपहर में लंच के दौरान प्लास्टर भरभराकर गिर पड़ा और पास में बैठे कक्षा पांच के छात्र आहिल और छात्रा फिजा इसके नीचे आ गए। हादसे में फिजा के सिर और आहिल के हाथ में चोटें आईं। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
अधिकारियों की लापरवाही ने बढ़ाया खतरा
गौरतलब है कि जिस कमरे में यह हादसा हुआ, वहां करीब 30 बच्चे पढ़ते हैं। उसी कक्ष का छज्जा भी पहले से टूटा हुआ है। घटना के बाद आला अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया और व्यवस्था की समीक्षा की। हालांकि स्थानीय लोगों और अभिभावकों में प्रशासन की लापरवाही को लेकर नाराजगी देखी गई।
अब अन्य भवन में चलेंगी कक्षाएं
बेसिक शिक्षा अधिकारी रीतू तोमर ने बताया कि बच्चों की हालत स्थिर है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। डीएम के निर्देश पर विद्यालय की कक्षाएं पास के दूसरे भवन में स्थानांतरित कर दी गई हैं। बीडीओ और बीईओ ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानाध्यापक ने पूर्व में प्लास्टर गिरने की घटना की कोई औपचारिक सूचना नहीं दी थी।