मैनपुरी जनपद में बुखार का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। महाराजा तेज सिंह जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। पिछले 24 घंटे में छह माह की बच्ची समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि छह गंभीर मरीजों को सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर करना पड़ा। बरनाहल क्षेत्र में भी बुखार से दहशत का माहौल है, जहां लगभग 350 लोग बीमार बताए जा रहे हैं।

शनिवार को जिला अस्पताल की ओपीडी में सबसे ज्यादा भीड़ फिजीशियन और बाल रोग विशेषज्ञ कक्षों पर रही। शुक्रवार शाम कस्बा बेवर निवासी सर्वेश (45) को बुखार के चलते भर्ती किया गया था, जहां देर रात उनकी मौत हो गई। वहीं, शहर के मोहल्ला महमूद नगर निवासी छह माह की जारा को परिजन शनिवार सुबह अस्पताल लाए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके अलावा थाना दन्नाहार क्षेत्र के फकीरपुर गांव निवासी मुन्ना सिंह (73) भी इलाज के दौरान दम तोड़ बैठे।

सीएमएस डॉ. मदनलाल ने बताया कि सर्वेश को गंभीर हालत में लाया गया था, जबकि बाकी मरीज अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ चुके थे। परिजनों के मुताबिक सभी मृतक बुखार से पीड़ित थे।

पैरार शाहपुर में हर घर में बुखार के मरीज
विकासखंड क्षेत्र के गांव पैरार शाहपुर में स्थिति और भी गंभीर है। करीब साढ़े चार हजार की आबादी वाले इस गांव में लगभग 350 लोग बुखार से जूझ रहे हैं। कई मरीजों में डेंगू और मलेरिया की पुष्टि निजी लैब संचालक कर रहे हैं, हालांकि स्वास्थ्य विभाग इसे वायरल फीवर बता रहा है। अब तक एक महिला की मौत हो चुकी है।

चार दिन से स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप लगाकर इलाज कर रही है, फिर भी मरीजों की हालत में सुधार नहीं दिख रहा। बड़ी संख्या में ग्रामीण आगरा, इटावा और फिरोजाबाद के अस्पतालों में भी भर्ती कराए गए हैं।

गांव में गंदगी की स्थिति बेहद खराब है। नालियों में गंदा पानी भरा है और गलियों में कीचड़ फैला है। ग्रामीणों का कहना है कि महीनों से सफाईकर्मी नहीं पहुंचे हैं, न ही फॉगिंग कराई गई है। इस कारण संक्रामक बीमारियां तेजी से फैल रही हैं।

अधिकारियों का निरीक्षण
शनिवार को एसीएमओ डॉ. अनिल वर्मा गांव पहुंचे और मरीजों से मुलाकात की। उन्होंने लोगों को स्वच्छता और सतर्कता बरतने की सलाह दी तथा कहा कि शिविरों में इलाज उपलब्ध है।

सीएमओ डॉ. आरसी गुप्ता ने बताया कि हालात नियंत्रण में हैं। मरीजों को लगातार उपचार दिया जा रहा है और किसी तरह की लापरवाही न बरतने के निर्देश अस्पताल प्रशासन को दिए गए हैं।