सरधना (मेरठ)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) सरधना में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया जब एक महिला ने नवजात शिशु को चोरी करने की कोशिश की। परिजनों की सजगता और अस्पताल कर्मचारियों की तत्परता से बड़ी घटना टल गई। मौके पर सुरक्षा गार्डों ने महिला को दबोच लिया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है।
जानकारी के अनुसार, दौराला ब्लॉक के गांव दादरी निवासी सौरभ की पत्नी पिंकी को 31 अक्तूबर को प्रसव पीड़ा होने पर सीएचसी में भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन के बाद उसने एक स्वस्थ बेटी को जन्म दिया था। सोमवार की सुबह एक महिला वार्ड में आई और खुद को मरीजों के परिजनों में शामिल बताते हुए नवजात को गोद में लेकर कुछ देर तक खेलती रही। इसके बाद वह वहां से चली गई।
दोपहर करीब 12 बजे वही महिला दोबारा वार्ड में लौटी और मौका पाकर बच्ची को उठाने का प्रयास करने लगी। तभी परिजनों को उसकी हरकत पर शक हुआ और उन्होंने शोर मचा दिया। मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए महिला को पकड़ लिया और पुलिस को बुला लिया। पूछताछ में महिला की पहचान रेशमा निवासी हर्रा, थाना सरूरपुर खुर्द के रूप में हुई।
पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर कार्रवाई की और उसे न्यायालय में पेश किया।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस घटना के बाद अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। सीएचसी प्रभारी डॉ. संदीप गौतम ने बताया कि अस्पताल में 24 घंटे निजी सुरक्षा गार्ड तैनात हैं और सभी कर्मचारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह घटना एक चेतावनी है और भविष्य में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा।
सीओ सरधना आशुतोष कुमार ने बताया कि चूंकि अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है, इसलिए आरोपी महिला के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की गई है। अस्पताल परिसर में नियमित गश्त बढ़ा दी गई है और स्टाफ को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय नागरिकों ने नवजातों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और कहा कि अस्पतालों में सुरक्षा प्रणाली और निगरानी और सख्त होनी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।