मुजफ्फरनगर। दिल्ली-दून राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुरुवार सुबह उस समय अफरातफरी मच गई जब तेज रफ्तार ट्रक ने सड़क किनारे खड़ी कांवड़ियों की ट्रैक्टर-ट्रॉली को पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में ट्रॉली में बैठे पांच कांवड़िए घायल हो गए। घटना के बाद शिवभक्तों ने मुआवजे की मांग को लेकर जमकर विरोध किया और जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली और घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भिजवाया।
हरिद्वार जा रहे थे कांवड़िए
गाजियाबाद के भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव हृदयपुर भंडूरा निवासी श्रद्धालु ट्रैक्टर-ट्रॉली से हरिद्वार कांवड़ लेने जा रहे थे। सुबह करीब 4 बजे नई मंडी क्षेत्र के बिलासपुर कट के पास एक होटल के सामने उन्होंने विश्राम के लिए वाहन रोका। कुछ कांवड़िए होटल पर चाय पीने चले गए, जबकि रजत, अजय, कुलदीप, जयप्रकाश और फरदीन ट्रॉली में ही बैठे थे। तभी मेरठ की दिशा से आ रहे तेज गति के ट्रक ने ट्रॉली को टक्कर मार दी, जिससे सभी पांच श्रद्धालु घायल हो गए।
हंगामा और मुआवजे की मांग
हादसे की आवाज सुनकर अन्य कांवड़िए मौके पर दौड़े और चालक को ट्रक छोड़कर भागते देखा। इसके बाद शिवभक्तों ने आक्रोशित होकर मौके पर प्रदर्शन शुरू कर दिया और मुआवजे की मांग को लेकर हाईवे पर जाम लगाने की कोशिश की। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और श्रद्धालुओं को समझाकर शांत कराया।
चालक हिरासत में, घायलों का इलाज जारी
सीओ नई मंडी रूपाली रॉय ने बताया कि ट्रक और चालक को कब्जे में ले लिया गया है। सभी घायलों को उपचार के लिए मोदीनगर रेफर किया गया है। फिलहाल इस संबंध में पुलिस को कोई लिखित शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।
सुरक्षा इंतजामों पर उठे सवाल
कांवड़ियों ने आरोप लगाया कि हादसे की सूचना डायल 112 पर दी गई थी, इसके बावजूद पुलिस देरी से पहुंची। उनका कहना था कि कांवड़ यात्रा के दौरान हाईवे पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए हैं, जिससे भविष्य में ऐसे हादसों की आशंका बनी रहती है।