मुजफ्फरनगर। चकबंदी विभाग में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए भाकियू अराजनैतिक के कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। कईं घंटे धरना प्रदर्शन चला। प्रशासन ने प्रकरण की जांच के लिए 17 जनवरी तक का समय मांगा। इसके बाद कार्यकर्ता वापस लौटे।
जिलाध्यक्ष अंकित चौधरी ने बताया कि विभाग के एक अधिकारी ने कार्यकर्ता से 50 हजार रुपये की रिश्वत ली है। इस मामले की जांच के लिए कलक्ट्रेट स्थित चकबंदी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया गया। दोपहर बाद चकबंदी विभाग के अधिकारी किसानों के बीच पहुंचे और एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह ने मोबाइल पर बातचीत कर किसानों को निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया। किसानों ने खामपुर गांव की पूरी चकबंदी प्रक्रिया की जांच उच्च अधिकारी से कराए जाने की मांग रखी। इस मौके पर अक्षय त्यागी, सुरेंद्र रावल, पिंटू ठाकुर, सोनू खोखर, सहेंद्र प्रधान, प्रवीण सहरावत, वसीम खान, अब्दुल कादिर मौजूद रहे।