मुजफ्फरनगर। जिला अस्पताल में डॉक्टरों और स्टाफ पर एक बार फिर रिश्वतखोरी के आरोप लगे हैं। सड़क हादसे में घायल युवक के इलाज में देरी और ऑपरेशन के लिए 15 हजार रुपये की कथित मांग को लेकर शांतिसेना अध्यक्ष एडवोकेट मनेश गुप्ता ने सोमवार को अस्पताल में धरना दिया। इस दौरान तीमारदारों और अन्य परिजनों ने जमकर विरोध जताया। मामले की शिकायत सीएमएस से की गई है, वहीं डीएम से कार्रवाई की मांग की तैयारी की जा रही है।
लड़वा गांव निवासी कामती देवी के पुत्र जोनी को सड़क दुर्घटना में गंभीर चोटें आई थीं, जिसमें उसका एक पैर टूट गया था। परिजनों का आरोप है कि युवक को भर्ती किए जाने के बावजूद डॉक्टर ऑपरेशन में जानबूझकर देरी कर रहे हैं और स्टाफ के जरिए 15 हजार रुपये की मांग की जा रही है। महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि ब्लड बैंक में भी उनसे जबरन पैसे जमा करवाने का दबाव बनाया गया।
स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल परिसर में विरोध तेज हो गया और शांतिसेना अध्यक्ष मनेश गुप्ता समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। बाद में सीएमएस डॉ. संजय कुमार वर्मा से वार्ता हुई, जिसमें पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई। आरोप है कि पैसे न देने पर स्टाफ द्वारा मरीज की दूसरी टांग तक नुकसान पहुंचाने की धमकी दी गई।
सीएमएस डॉ. संजय कुमार वर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि शिकायत उनके संज्ञान में आई है और वार्ड में जाकर स्थिति की जानकारी ली गई है। संबंधित डॉक्टरों से बात की गई, जिन्होंने आरोपों को निराधार बताया है। मरीज का इलाज जारी है और पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी।
मनेश गुप्ता ने कहा कि यदि जल्द न्याय नहीं मिला तो डीएम से मिलकर बड़ी कार्यवाही की मांग की जाएगी और जरूरत पड़ी तो ज़िला स्तरीय धरना दिया जाएगा।
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