मुठभेड़ में गिरफ्तार शाहरुख ने अरबाज के साथ हत्या करने के बाद चाहत की गर्दन, हाथ के पंजे, कपड़े एक थैले में भर कर एक ईख के खेत में मिमलाना के जंगल में फेंक दिया था।
पुलिस ने शाहरुख की निशानदेही पर खून से सना थैला, खोपड़ी, कपड़े बरामद कर लिए है। जंगली जानवर मांस खा गए है, जिस कारण चाहत की खोपड़ी ही मिली है। हाथ के पंजे नहीं मिल सके। शाहरुख ने डेढ़ लाख के लालच में आकर हत्या करने में अरबाज का साथ दिया था।

चाहत हत्याकांड 26 जून की रात सामने आया था, जब पुलिस ने चाहत के शव को काली नदी में बहाने के प्रयास के दौरान उसके पति न्याजूपुरा निवासी अरबाज को पकड़ा था। उसका साथी शाहरुख फरार हो गया था। उसे सोमवार को पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़ा है।
अरबाज ने पुलिस को बताया था कि उसकी पत्नी की गर्दन, हाथ के पंजों की जानकारी शाहरुख को है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने शाहरुख से पूछताछ की। मंगलवार को पुलिस ने उसकी निशानदेही पर गांव मिमलाना के जंगल में एक ईख के खेत से खून से सना सफेद थैला, लाल और काले रंग का स्टाल, एक नेकर के अलावा चाहत की खोपड़ी बरामद की। सिर के बाल अलग पड़े मिले। चाहत के हाथ के पंजे नहीं मिले।

एसपी सिटी सत्य नारायण प्रजापत का कहना कि हाथ के पंजों को संभवत: जंगली जानवरों ने खा लिया होगा। चाहत के सिर को भी जंगली जानवरों ने खाया हुआ था। अभी कई अन्य जानकारी भी जुटाई जा रही है। उपचार दिलाने के बाद शाहरुख का चालान कर दिया गया।

डेढ़ लाख के लालच में किया ऐसा
शाहरुख ने बताया अरबाज ने चाहत की हत्या करने के लिए उसे डेढ़ लाख का लालच दिया था। इसके बाद दोनों ने मिलकर चाहत की हत्या कर दी थी।
परिजनों का पता लगाने में पुलिस विफल
पुलिस का दावा है कि चाहत के परिजनों की तलाश में पुलिस लगी है लेकिन अभी तक उनके बारे में जानकारी नहीं लग रही है। जबकि पुलिस को चाहत का आधार कार्ड मिल चुुका है।

यह था मामला
मोहल्ला न्याजूपुरा निवासी अरबाज ने उत्तराखंड के कोटद्वार निवासी चाहत के साथ सात माह पहले शादी की थी। वह उसे अपने परिजनों से अलग किराये के कमरे में लेकर रहता था। उसने दूध की डेयरी खोली थी। दोनों ने प्रेम प्रसंग में शादी की थी।
अरबाज ने अपने साथी शाहरुख पुत्र रफीक निवासी जोगियो वाली गली न्याजूपुरा, मूल निवासी चूनसा गांव थाना बाबरी जिला शामली की मदद से अपनी पत्नी चाहत की गर्दन व हाथ के पंजे काटकर हत्या कर शव को बोरे में भर काली नदी में फेंक दिया था। बुधवार की रात दोनों आरोपी युवक बोरे को काली नदी के पानी में बहाने के लिए गए थे तब अरबाज को पकड़ लिया गया था। शाहरुख फरार हो गया था।

कहीं पहचान छिपाने के लिए तो नहीं काटे थे हाथ के पंजे
प्रेम विवाह करने वाली चाहत की वीभत्स तरीके से की गई हत्या के मामले में पुलिस दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने मृतका का गर्दन और धड़ बरामद कर लिया, लेकिन उसके हाथ के काटे गए पंजे बरामद नहीं हुए है। सवाल यह है कि पंजे क्यों काटे गए। इसके अलावा चाहत का परिवार भी अब तक सामने नहीं आया है। यही वजह है कि चाहत की पहचान को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
मृतका की पहचान मिटाने के लिए शव के चार टुकड़े किए गए थे। पुलिस ने आधार कार्ड बरामद किया है, जिस पर न्याजपुरा का ही पता लिखा है। लेकिन जांच में सामने आया कि वह कोटद्वार की रहने वाली थी। ऐसे में आधार कार्ड पर भी सवाल उठ रहे हैं।
इसकी वजह यह है कि अगर वह न्याजूपुरा की ही रहने वाली थी तो परिवार के लोग कहां है। यह भी सवाल है कि हाथों पर बने किसी निशान को छिपाने के लिए तो उसके पंजे नहीं काटे गए।