मुजफ्फरनगर में शुक्रवार शाम को अचानक बदला मौसम शहरवासियों के लिए मुश्किलें लेकर आया। तेज धूल भरी आंधी ने शहर को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे सड़कों पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। खासकर दुपहिया वाहन चालकों के लिए यह आंधी संकट बन गई। बीती रात भी तूफानी हवाओं ने जनजीवन को प्रभावित किया था और अब एक बार फिर आंधी ने कहर मचाया।

शाम होते ही तेज हवाओं ने सड़कों को धूल से भर दिया, जिससे दृश्यता कम हो गई और कूड़ा-करकट फैल गया। दुपहिया वाहन चालकों को धूल के कारण रुकना पड़ा और कई लोग चेहरा ढककर रास्ता खोजने लगे।

आंधी ने केवल इंसानों को ही नहीं, बल्कि प्रकृति को भी नुकसान पहुंचाया। पेड़ों की टहनियां टूटकर सड़कों पर गिर गईं और पक्षी घोंसलों तक पहुंचने के लिए संघर्ष करते दिखे। कई इलाकों में बिजली के तार टूटने से आपूर्ति ठप हो गई, जिससे रात होते ही अंधेरा छा गया।

यह कोई नया अनुभव नहीं था, क्योंकि बीती रात भी ऐसी ही तूफानी हवाएं चली थीं। शुक्रवार की आंधी ने वही हालात फिर से उत्पन्न कर दिए, जिससे शहरवासियों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।