मुजफ्फरनगर। मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय की ओर से बढ़ाए गए परीक्षा शुल्क को लेकर छात्र-छात्राओं में आक्रोश जारी है। कलक्ट्रेट में छात्र-छात्राओं ने अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन करते हुए भूख हड़ताल शुरू की है। उन्होंने कहा कि जब तक इस समस्या का समाधान नहीं होगा, तब तक वह भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे। उधर, मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय के खिलाफ डीएवी कॉलेज में भी तालाबंदी की गई।

रालोद छात्रसभा के तत्वावधान में सोमवार को एसडी मैनेजमेंट कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने अनिश्चितकालीन धरना दिया। विवि के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर परीक्षा फीस वृद्धि का विरोध किया। समाधान होने तक भूख हड़ताल भी शुरू की गई। छात्र नेता सार्थक लाटियान ने कहा कि जब तक छात्र-छात्राओं की समस्या का समाधान नहीं किया जाता है, वह दिन और रात भूखे रहकर यहीं पर डटे रहेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि विवि एक दिन में नियम बना सकता है, तो उसे निरस्त करने में इतना वक्त क्यों लग रहा है।
विवि की ओर से कहा गया है कि टीम गठित कर दी गई है और जिला प्रशासन भी 15 दिन का समय मांग रहा है। जब नियम एक दिन में बन सकता है, तो वह बदला भी एक ही दिन में जाना चाहिए। विवि की इतनी भारी भरकम फीस भरने में किसी भी विद्यार्थी का परिवार सक्षम नहीं है। उन्होंने कहा कि विवि को फीस वृद्धि वापस लेनी होगी।

राष्ट्रीय लोकदल महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीषा अहलावत ने कहा कि परीक्षा फीस पांच गुना बढ़ा दी गई है। छात्राएं जमीन पर बैठने को मजबूर हैं। कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। इसी के साथ विद्यार्थियों की बैक लगाकर उन्हें पीछे धकेला जा रहा है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं का नारा देने वाली सरकार भी ध्यान नहीं दे रही है। जब फीस बढ़ाई थी तो तब कमेटी क्यों नहीं बनाई थी, अब कमेटी बनाकर टालने की कोशिश की जा रही है।

उधर, नगर मजिस्ट्रेट विकास कश्यप ने प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं को बताया कि विवि की ओर से टीम गठित कर दी गई है। इसके लिए उन्हें 15 दिन का समय चाहिए। इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से कार्रवाई की जाएगी। इतनी जल्दी कुछ भी लिखित में नहीं दिया जा सकता है, थोड़ा समय लगता है। इस मौके पर रालोद नेता सुधीर भारतीय, छात्र अजय प्रजापति, ध्रुव राठी, भाव्यांस, आसू, मोहित, कशक, अलविश, पलक मौजूद रहे।

विवि की फीस वृद्धि के विरोध में डीएवी पीजी कॉलेज में तालाबंदी गई। गुस्साए छात्र-छात्राओं ने कहा कि विवि की ओर से कोई भी समाधान नहीं किया जा रहा है। इसको लेकर लगातार धरना-प्रदर्शन करने के लिए विद्यार्थी मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि भारी भरकम फीस वहन नहीं कर सकते हैं। इस मौके पर छात्र हिमांशु, सौरभ, अभिजीत, आकाश, सानिया, रिया, पारूल, मोनिका, सिमरन, फौजिया सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ पर सवाल

डीएम कार्यालय पर धरने पर पहुंची छात्राओं ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि अगर इतनी फीस रहेगी तो बेटी कहां से पढ़ पाएंगी। 900 रुपये से बढ़ाकर फीस को 3500 रुपये कर दिया गया, वह बताएं कि यह किस बात का टैक्स लगाया गया है। अगर इसी तरह से रहा तो वह इस बार चुनाव में वोट भी नहीं देंगी।

अनिश्चितकालीन धरने को का किया समर्थन

विवि की ओर से बढ़ाई गई फीस के विरोध में छात्र-छात्राओं की ओर से डीएम कार्यालय पर दिए धरने को भाकियू ने समर्थन दिया। भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने कहा कि हम सभी प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों के साथ है। बच्चों को बैक और फीस बढ़ाकर परेशान किया जा रहा है। फीस बढ़ाने के कोई मानक होता है, विवि की ओर से मनमानी की जा रही है। इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।

विद्यार्थियों के समर्थन में उतरी क्रांति सेना

क्रांतिसेना ने भी प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं को समर्थन दिया। धरना-प्रदर्शन में किसान क्रांति सेना के मंडलाध्यक्ष चौधरी शक्ति सिंह ने कहा कि इससे बड़ी हीनता का विषय क्या हो सकता है कि विश्वविद्यालय की ओर से फीस वृद्धि के नाम पर छात्र-छात्राओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। छात्रों को न्याय के लिए भूख हड़ताल पर बैठना पड़ गया है। उन्होंने मांग की है कि जल्द से जल्द छात्र-छात्राओं की समस्याओं का समाधान किया जाए। इस मौके पर शरद कपूर, देवेंद्र चौहान, संजीव वर्मा, संजय गोयल, सचिन जोगी, सुशील कुमार, सन्नी वर्मा मौजूद रहे।