मुजफ्फरनगर। पुलिस ने हनी ट्रैप का राजफाश किया है। मामले में दंपती समेत तीन अभियुक्त पकड़े हैं। इनके कब्जे से मोबाइल फोन के अलावा फर्जी आधार कार्ड बरामद किए गए हैं। आरोपी महिला लोगों को प्रेम जाल में फंसाती थी, जबकि उसका पति दुष्कर्म का झूठा आरोप लगवाकर अवैध रुपयों की वसूली करता था। दंपती समेत तीनों आरोपियों काे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।

यह है पूरा मामला

गुरुवार को एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि गत 17 नवंबर को शौकीन पुत्र कादर खान ने थाना खालापार में मुकदमा दर्ज कराया था। बताया कि खालापार के सरफराज ने उसकी पत्नी सुहाना के साथ दुष्कर्म किया है। 

इसकी इंस्पेक्टर महावीर सिंह चौहान ने विशेष टीम बनाकर जांच कराई। टीम ने सीसीटीवी कैमरों के साथ अभियुक्तों के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल्स खंगाली गई। बस्ती के लोगों से भी पूछताछ की गई। दुष्कर्म की घटना के दौरान शौकीन ने डायल-112 को कॉल किया था, उसका भी परीक्षण किया गया। 

जांच से स्पष्ट हुआ कि आरोपी शौकीन ने अपनी पत्नी सुहाना उर्फ सना व एक साथी असलम के साथ मिलकर हनी ट्रैप गिरोह संचालित करता है। आरोपी की पत्नी सुहाना लोगों को प्रेमजाल में फंसाकर घर तक लाती है, उसके बाद उसका पति शौकीन व साथी मिलकर दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज कराते हैं। बाद में पुलिस की कार्रवाई का खौफ दिखाकर अवैध रूप से धन उगाही करते हैं। थाने पर दर्ज कराया गया मुकदमा भी फर्जी निकला है। इसके बाद पुलिस ने तीनों अभियुक्तों को पूछताछ के बाद न्यायालय में पेश किया, जहां से अभियुक्तों को जेल भेजा गया है। 

जेल में हुई थी दोस्ती, उसके बाद रचा षड्यंत्र

हनी ट्रैप कांड का षड्यंत्र जेल में बैठकर रचा गया था। दरअसल, पकड़ा गया अभियुक्त असलम मीट कारोबारी है। वह गोहत्या के मामले में जेल गया था। यहां पर उसकी मुलाकात हत्या के मामले में बंद महिला के पति शौकीन से हुई थी। असलम को शक था कि उसे जेल भिजवाने में मीट कारोबारी सरफराज का हाथ है। इसका बदला लेने के लिए खेल किया गया। सरफराज को दुष्कर्म के मामले में फंसाने के लिए साढ़े तीन लाख रुपये में सौदा हुआ था, जिसमें एडवांस के तौर पर 50 हजार रुपये दिए गए थे। महिला सुहाना ने सरफराज का मोबाइल नंबर लेकर उसे प्रेमजाल में फंसाया था, जिसे घर बुलाकर दुष्कर्म का आरोप लगाया गया।

मोबाइल कॉल रिकॉर्ड और कैमरों ने खोला राज

शौकीन और उसकी पत्नी सुहाना शातिर किस्म के हैं। आरोपियों ने इससे पहले पंजाब आदि स्थानों पर कई बेगुनाहों को शिकार बनाया है। आरोपी सुहाना पंजाब के संगरूर और मेरठ में भी रह चुकी है। सरफराज को फंसाने के बाद आरोपी सुहाना ने अपने मोबाइल का डाटा डिलीट कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने उसके मोबाइल का डाटा रिकवर कराया। वहीं, लगभग 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। कैमरों से साफ हुआ कि आरोपी महिला घटना वाले दिन अपने पति असलम के साथ थी। वह स्वयं ई-रिक्शा में बैठकर सरफराज के घर गई थी। सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्डिंग ने पूरे घटनाक्रम का राजफाश किया है।