कांवड़ मार्ग पर हादसों की संख्या बढ़ने लगी है। छपार में गाजियाबाद के कांवड़िया अमित मित्तल (42) की बीमारी और दिल का दौरान पड़ने से मौत हो गई। जानसठ के कांवड़िये की रुड़की में बाइक की टक्कर लग जाने से मौत हुई है। एक हापुड़ के कांवड़िये की मौत हो गई अलग-अलग हादसों में 27 कांवड़िये घायल हुए हैं, जिनका अलग-अलग उपचार कराया गया।
गाजियाबाद के न्यू गंज निवासी हार्डवेयर व्यापारी अमित मित्तल पुत्र पवन मित्तल अपने साथी अमित शर्मा के साथ हरिद्वार से कांवड़ लेकर पैदल लौट रहा था। जब वह दिल्ली-दून हाईवे पर बढे़डी चौराहे के निकट पहुंचे तो अमित मित्तल की तबीयत बिगड़ गई। आसपास के लोगों ने संभालने का प्रयास किया।
पुलिस ने कांवड़िया को गंभीर हालत में एंबुलेंस से स्वामी कल्याण देव जिला चिकित्सालय में भिजवाया। डॉक्टरों ने कांवड़िया को मृत घोषित कर दिया। परिजन बिना किसी कार्रवाई के शव को ले गए। कांवड़िया बीमार था और इसके बाद दिल का दौरा पड़ने से मौत की वजह माना जा रहा है।
मोहल्ला गंज निवासी राजेश कुमार (60) अपने दो साथियों के साथ साइकिल से सोमवार को हरिद्वार कांवड़ लेने के लिए गया था। मंगलवार को हरिद्वार से गंगाजल लेकर वापस लौटते वक्त वह साथियों के साथ मंदिर में रुके हुए थे।
राजेश कुमार दिशा शौच के लिए सड़क के किनारे-किनारे जंगल की ओर जा रहा था, इसी दौरान अनियंत्रित बाइक ने कांवड़िये को टक्कर मार दी। हादसे में कांवड़िया सड़क पर गिर गया और पीछे से आ रही दूसरी बाइक उसके ऊपर को उतर गई। आसपास के लोगों और पुलिस ने एंबुलेंस से घायल कांवड़िये को अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उसकी मौत हो गई।
बुढ़ाना। पुरकाजी क्षेत्र के गांव अलमावाला का रहने वाला अनिल अपने बेटे आशीष (13) के साथ गांव वालों की टोली में शामिल होकर हरिद्वार से गंगा जल लेकर पुरा महादेव जा रहे थे। कस्बे के खतौली तिराहे पर अलीपुर अटेरना गांव के ग्रामीणों के सेवा शिविर में विश्राम करने लगे। सुबह करीब 11 बजे अचानक आशीष की हालत बिगड़ गई। शिविर के आयोजक व पूर्व प्रधान विकास त्यागी ने पुलिस को जानकारी दी। आशीष को कस्बे की सीएचसी पर भर्ती करवाया गया। सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अन्नू चौधरी ने बताया कि आशीष के पेट में दर्द था। उसे ग्लूकोज व अन्य दवाई दी गई। शाम के समय आशीष अपने पिता व अन्य टोली के साथ अपने गंतव्य की और रवाना हो गया।