मुजफ्फरनगर की पैरा एथलीट प्रीति पाल को अर्जुन अवार्ड के बाद सूबे में महिला खिलाड़ियों का सबसे बड़ा पुरस्कार रानी लक्ष्मीबाई दिया जाएगा। लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गणतंत्र दिवस पर सम्मानित करेंगे।
खेल मंत्रालय ने 17 जनवरी को ही प्रीति पाल को अर्जुन अवार्ड दिया है। अब लक्ष्मीबाई पुरस्कार के लिए भी उनका चयन हो गया है। परिवार के लोगों ने जानकारी मिलने के बाद खुशी मनाई। दूध की डेयरी संचालित करने वाले पिता अनिल पाल ने पुरस्कार दिए जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि परिवार बेहद खुश है। खेल का दूसरा सबसे बड़ा पुरस्कार मिलना सुखद है। माता गृहणी बालेश देवी ने खुशी जताई।
इन स्पर्धाओं में जीते थे दो पदक
पैरा एथलीट प्रीति पाल ने पेरिस पैरालंपिक में महिला 200 मीटर टी 35 स्पर्धा 30.01 सेकेंड में पूरी कर कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा 100 मीटर टी 35 वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम किया था।
जानिए क्या है टी 35
एथलेटिक्स की स्पर्धाओं में टी35 में वह खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं, जिनमें हाइपरटोनिया, अटैक्सिया और एथेटोसिस जैसे विकार हो गए हों। ओलंपिक खेलों में इन खिलाड़ियों के लिए टी35 वर्ग नियत किया गया है।
ऐसा है प्रीति पाल का परिवार
एथलीट प्रीति पाल के पिता अनिल पाल हाशमपुरा गांव में दूध की डेयरी चलाते हैं। माता बालेश देवी गृहणी हैं। इसके अलावा बहन नेहा पाल, भाई अनिकेत और विवेक पाल हैं।