शहर के बीच महावीर चौक स्थित स्वरूप स्क्वायर में संचालित कैफे फ्री फायर और कैफे कार्नर में सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप और सीओ सिटी व्योम बिंदल ने छापेमारी की। यहां देह व्यापार का खुलासा हुआ। शहर की नामी शिक्षण संस्थाओं के 50 छात्र-छात्राएं पकड़े गए। कैफे से आपत्तिजनक सामग्री भी मिली है। तीन संचालक गिरफ्तार किए गए।

सीओ सिटी ने बताया कि सोमवार को सिटी मजिस्ट्रेट के साथ सिविल लाइन थाना और महिला थाना पुलिस को साथ लेकर पहले प्रथम तल पर बने कैफे कॉर्नर पर छापा मारा। यहां बड़े हॉल में छोटे-छोटे केबिन बने हुए थे, जिनमें 20 युवक व युवतियां आपत्तिजनक हालत में बैठे थे। हॉल को डार्क रूम का लुक दिया हुआ था। तलाशी लेने पर एक दर्जन बीयर की केन, बोतल और एक कमरे से आपत्तिजनक सामग्री मिली। युवक युवतियों ने खुद को छात्र छात्रा बताया। कैफे संचालक सगे भाई सुजडू निवासी सूर्या सैनी और सचिन को हिरासत में लिया गया।
इसके बाद थर्ड फ्लोर पर फ्री फायर कैफे में छापेमारी की। कैफे सेंटर संचालिका साउथ सिविल लाइन निवासी रुखसार और उसका पति मनीष शर्मा मौजूद थे। यहां भी छोटे-छोटे केबिन में युवक और युवतियां आपत्तिजनक हालात में बैठे थे। इनमें अधिकतर कालेजों की ड्रेस में थे। पकड़े 25 छात्रों में सात नाबालिग थे। 18 आरोपियों का शांतिभंग की धारा में चालान किया गया है। सभी छात्राओं को परिजनों को सौंप दिया गया है। कैफे संचालक दंपती व एक संचालक सूर्या के खिलाफ अनैतिक देह व्यापार अधिनियम व धोखाधड़ी की धारा के तहत मुकदमा दर्ज गया है। जबकि सूर्या के भाई सचिन की भूमिका के बारे में जांच की जा रही है।