मुजफ्फरनगर जनपद के बुढ़ाना में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि देश के राजा ने पहले ही 400 पार का नारा दे दिया था। टीवी चैनलों की क्या मजाल जो 400 पार न दिखाए। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल से घबराने की आवश्यकता नहीं है। चार जून के बाद बड़ा आंदोलन होगा। उन्होंने कहा कि 15,16,17 व 18 जून को हरिद्वार में अधिक संख्या में पहुंचें, वहीं पर आंदोलन की रणनीति तथा संगठन की नीति पर विचार होगा।

रविवार को मंदवाड़ा रोड पर आयोजित पंचायत में भाकियू अराजनैतिक को छोड़कर भाकियू टिकैत में शामिल हुए कार्यकर्ताओं का चौधरी राकेश टिकैत और भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने टोपी पहनाकर स्वागत किया।

टिकैत ने कहा कि देश में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सभी टीवी चैनल का बहिष्कार करें। यह देश का माहौल खराब कर रहे हैं। एग्जिट पोल से घबराने की आवश्यकता नही हैं। स्थिति बहुत गंभीर होने वाली है। बड़े आंदोलन के लिए तैयार हो जाएं।

उन्होंने कहा कि अपने खर्चे कम करें। खानपान में सुधार करें। नशा पत्ती से दूर रहें। देश पर पूंजीवाद हावी है। पूंजीपतियों ने देश पर कब्जा कर लिया है। कश्मीर के किसानों को राजा और अमीरों ने बर्बाद कर दिया है। सेब के किसानों को बहुत बड़ा नुकसान है। सेब की सारी खरीदारी अडानी करते हैं।

उन्होंने कहा कि यूपी को बिहार बनाने की योजना है। बिहार में कोई मंडी नहीं है। किसानों की धान व मक्का की फसल कौड़ियों के दाम बिकती है। मंडी किसान का प्लेटफॉर्म होता था। जहां उनकी फसल अपने दाम पर बिकती थी। बिहार से मंडियों को समाप्त कर दिया गया।

उन्होंने कहा कि युवक अग्निवीर बनकर चार साल में रिटायर हो जाएगा। उसके बाद वह अडानी की फौज में शामिल होगा। जल्दी की भर्ती खुलने वाली है। ट्रेनिंग सरकार देगी, नौकरी पूंजीपतियों की करनी पड़ेगी।
 
भ्रष्टाचार के अड्डे बन गए थाने व तहसील
चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि थाना व तहसील भ्रष्टाचार के अड्डे बन गए हैं। उन्हें झटका देने की आवश्यकता है। अब अधिकारी रिश्वत लेता हुआ नहीं डरता। माहौल बहुत खराब है। जब तक संगठन नहीं होगा, किसान व गरीब लुटता-पिटता रहेगा। आंदोलन घंटों में नही दिनों में होते हैं। आंदोलन के दौरान एसी व कूलर की आवश्यकता नहीं होती। शरीर का तापमान 50 तक रखना होगा, तभी आंदोलन चलेगा।

फसलों पर गारंटी कानून चाहिए
टिकैत ने कहा कि किसान ने अपनी जमीन व रोटी बचाने के लिए 13 माह तक आंदोलन किया है। देश का राजा एक बार भी किसानों के बीच नहीं आया। बड़े दुख की बात है। किसानों को ही उनके बुलावे पर निर्धारित स्थान पर जाना पड़ा। देश के हालात बहुत खराब हैं। उन्होंने कहा कि किसान को एमएसपी गारंटी कानून चाहिए।