मुजफ्फरनगर के मीरापुर कस्बे के मौहल्ला मुश्तर्क में स्थित 600 साल पुराना मराठा कालीन शिव मंदिर अब एक नए अध्याय की ओर बढ़ रहा है। पूर्व में स्वामी यशवीर महाराज द्वारा मंदिर के जीर्णोद्धार की घोषणा की गई थी और आज उसी के तहत उन्होंने विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की। इस हवन-यज्ञ में इलाके के सैंकड़ों हिंदू परिवारों ने भाग लिया।

आपको बता दें कि ये मंदिर एक समय कस्बे का धार्मिक केंद्र हुआ करता था, जब यहां हिंदू परिवारों की बड़ी संख्या निवास करती थी। लेकिन जैसे-जैसे मुस्लिम परिवारों की संख्या बढ़ी और हिंदू परिवार इस क्षेत्र से पलायन कर गए। जिसके बाद धीरे-धीरे मंदिर खंडहर में तब्दील हो गया। पंडित परिवार के अनुसार, उनका परिवार यहां रहने वाला था, लेकिन बाद में उन्होंने इस जगह को छोड़ दिया।

स्वामी ने बताई मंदिर की मान्यता

स्वामी यशवीर महाराज ने आज हवन के दौरान कहा कि ये मंदिर 600 साल पुराना मराठा कालीन मंदिर है, और इसका धार्मिक महत्व बहुत बड़ा है। उन्होंने ये भी बताया कि यहां पहले हिंदू परिवार रहते थे, लेकिन एक दुखद घटना के बाद हिंदूओं से ये इलाका खाली हो गया था। स्वामी जी ने इस मंदिर के जीर्णोद्धार की प्रक्रिया को तेज करने का संकल्प लिया और भविष्य में यहां नियमित पूजा पाठ की योजना बनाई।

इस मौके पर स्वामी ने जिले के अधिकारियों का भी आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस कार्यक्रम को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने में सहयोग किया। अब उम्मीद जताई जा रही है कि इस मंदिर का जीर्णोद्धार होने के बाद न केवल धार्मिक गतिविधियां फिर से शुरू होंगी, बल्कि यह क्षेत्र में एकता और सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल भी बनेगा।