मुजफ्फरनगर। एटूजेड रोड पर कूड़े से बिजली बनाने वाले वेस्ट टू एनर्जी प्लांट शुरू कराने के लिए नई सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। जिस पर 2.36 करोड़ का खर्च आ रहा है। पालिका ने धनराशि पीडब्लूडी को स्थानांतरित कर दी है। लेकिन लोक निर्माण विभाग ने सड़क निर्माण के लिए जो एस्टीमेट तैयार किया उसमें सड़क के साथ 400 मीटर लंबा नाला निर्माण शामिल नहीं किया।
किदवईनगर स्थित बंद पड़े एटूजेड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट पर नीदरलैंड की कंपनी के साथ वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित कराने के लिए काम हो रहा है। इसमें सबसे बड़ी बाधा सड़क का न होना था। पालिका ने काली नदी की ओर से सड़क बनाने का प्रयास किया तो वहां किसानों से भूमि अधिग्रहण करवाना टेढी खीर बन गया। इस बीच विकल्प तलाशते हुए खालापार से किदवईनगर प्लांट तक सड़क निर्माण का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके लिए पालिका प्रशासन ने 2.36 करोड़ रुपये की धनराशि लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) को हस्तांतरित की। लोनिवि का निर्माण खण्ड यहां पर सीसी सड़क का निर्माण करा रहा है।
मंगलवार को ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने सड़क निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि सीसी सड़क का करीब 80 फीसदी निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया। एस्टीमेट में सड़क के साथ बने करीब 400 मीटर के नाले को नहीं लिया गया है। अब यह नाला सड़क से नीचा पड़ रहा है, जिस कारण यहां पर वाहनों के आवागमन में परेशानी होगी।
सड़क निर्माण के लिए पालिका ने लोनिवि को जो धनराशि अवमुक्त की थी। उसमें से करीब 50 लाख रुपये की राशि शेष है। ऐसे में लोनिवि से ही नाले के बेस को ऊंचा उठाने का कार्य कराए जाने का प्रस्ताव है। जिस पर करीब 25-30 लाख रुपये खर्च होने की संभावना है। इसके लिए रिपोर्ट चेयरपर्सन को भेजी जाएगी, उनकी स्वीकृति मिलने के बाद ही नाला व नाली निर्माण कराने का कार्य कराया जाएगा।