मुजफ्फरनगर में बुढ़ाना पुलिस की एक कथित मुठभेड़ में घायल दिखाए गए अमन बंसल का सच सामने आ गया है। पुलिस ने जिसे 'ऑपरेशन लंगड़ा' के तहत बाइक लुटेरा बताकर मुठभेड़ में घायल किया, वह युवक असल में अपने घर से उठाया गया था।

इस खुलासे का सबूत परिवार द्वारा CCTV फुटेज डीएम के समक्ष पेश किया गया है। जिसमें पुलिस अमन को उसके घर से उठाती नजर आ रही है।

घटना बुढ़ाना थाना क्षेत्र की है, जहां पुलिस ने कुछ दिन पहले दावा किया था कि मंदवाड़ा रोड पर बाइक सवार दो लुटेरों से मुठभेड़ हुई। पुलिस के मुताबिक, मुठभेड़ में अमन बंसल नामक युवक के पैर में गोली लगी थी और उसे लुटेरा बताते हुए गिरफ्तार किया गया। लेकिन अब परिवार ने पुलिस की इस कहानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

पैर में गोली मारकर मुठभेड़ का रचा नाटक

मां का कहना है कि पुलिस ने अमन को घर से उठाकर जंगल में ले जाकर पैर में गोली मारी और बाद में मुठभेड़ का नाटक रच दिया। CCTV फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि पुलिस अमन को रात में उसके घर से ले जाती है। इसके बावजूद पुलिस ने अमन को बाइक लुटेरा बताकर फर्जी मुठभेड़ की कहानी गढ़ी।

पुलिस ने कहा, 'मंदवाड़ा रोड पर चेकिंग के दौरान बाइक सवार दो लुटेरों से मुठभेड़ हुई। एक बदमाश अमन बंसल के पैर में गोली लगी, जबकि दूसरा फरार हो गया।' पुलिस ने दोनों को बाइक लूटने वाले गैंग का सदस्य बताया था।

परिवार का आरोप है कि 'अमन निर्दोष, उसे घर से उठाकर गोली मारी गई। पुलिस ने ऑपरेशन लंगड़ा के नाम पर फर्जी एनकाउंटर की साजिश रची।' अमन की मां CCTV फुटेज लेकर गुरुवार को DM ऑफिस पहुंची और न्याय की गुहार लगाई।

'DM से गुहार, SSP से सवाल'

अमन की मां का कहना है, 'मेरा बेटा निर्दोष है। पुलिस ने उसे जबरन लुटेरा बना दिया। CCTV में सबकुछ साफ है। मुझे न्याय चाहिए।'

SP देहात आदित्य बंसल का कहना है कि अभी तक उनके पास ऐसा कोई मामला या परिवार के लोग नहीं आए हैं। अगर ऐसा कोई मामला है तो निष्पक्ष जांच की जाएगी।