मुजफ्फरनगर: जिले भर में बृहस्पतिवार को विजयदशमी का पर्व बड़े ही उल्लास और पारंपरिक श्रद्धा के साथ मनाया गया। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक राम-रावण युद्ध की झलकियों के बाद रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के विशाल पुतलों का दहन किया गया।

मुख्य कार्यक्रम शहर के नुमाइश मैदान, पटेलनगर, गांधी कॉलोनी, नई मंडी रामलीला, और रामलीला टिल्ला में आयोजित हुए, जहां हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार, राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, पूर्व सांसद डॉ. संजीव बालियान, जिलाधिकारी उमेश मिश्रा और एसएसपी संजय वर्मा जैसे गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।

पारंपरिक पूजा और सांझी विसर्जन के साथ हुई शुरुआत

सुबह के समय घर-घर दशहरा पूजन हुआ, जिससे नवरात्रों का विधिवत समापन किया गया। श्रद्धालुओं ने सांझी की पूजा के बाद उन्हें नदियों में विसर्जित किया। दोपहर होते-होते विभिन्न स्थानों पर श्रीराम और रावण की सेनाओं के प्रतीकात्मक युद्ध की शुरुआत हुई, जिसने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।

सुरक्षा रही चाक-चौबंद, प्रशासन रहा मुस्तैद

नुमाइश मैदान में आयोजित मुख्य पुतला दहन कार्यक्रम में रिमोट के जरिए रावण के पुतले को अग्नि दी गई। पटेलनगर में रामलीला आयोजन की देखरेख रामलीला समिति के अध्यक्ष गोपाल चौधरी, प्रबंधक अनिल ऐरन, संयोजक विकल्प जैन, और महामंत्री सुरेंद्र मंगल ने की।

इस वर्ष जिले में कुल 48 स्थानों पर पुतला दहन कार्यक्रम संपन्न हुए। एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत और एसपी देहात आदित्य बंसल ने अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखी, जिससे कहीं कोई अव्यवस्था की स्थिति नहीं बनी।