मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के मीरापुर में स्थित 600 वर्ष पुराने मयेकश्वर मंदिर का जीर्णोद्धार होगा। योग साधना यशवीर आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी यशवीर महाराज ने मीरापुर के सत्संग भवन में इसकी घोषणा की। स्वामी यशवीर ने कहा कि मंदिर को खंडहर नहीं बनने दिया जाएगा। उन्होंने मीरापुर के हिंदुओं से मंदिर में नियमित पूजा करने की अपील की। स्वामी जी ने स्पष्ट किया कि मंदिर के जीर्णोद्धार में कोई रुकावट बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

स्वामी यशवीर ने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे मंदिर में पूजा करने वाले हिंदुओं के साथ किसी तरह की बदतमीजी न करें। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसी पूजारी के साथ दुर्व्यवहार हुआ तो उसका कड़ा विरोध किया जाएगा।

मंदिर के पुनर्निर्माण की देखरेख के लिए एक कमेटी बनाई गई है। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर मंदिर में पूजा का आयोजन होगा। जीर्णोद्धार के बाद मंदिर में मूर्ति की स्थापना की जाएगी। स्वामी यशवीर ने धार्मिक सद्भाव की बात करते हुए कहा कि मंदिर सनातन धर्म की अमूल्य धरोहर है। उन्होंने सभी से मंदिर के पुनर्निर्माण में सहयोग की अपील की।

चिंतन बैठक में ब्रहाचारी मृगेन्द्र ने भी श्रद्धालुओं को संबोधित किया और मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए धन संग्रह की प्रक्रिया शुरू की गई। सभी उपस्थित लोगों ने इस नेक कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की और मंदिर के पुनर्निर्माण की ओर एक ठोस कदम बढ़ाया।

आपको बता दें कि मीरापुर के मयेकश्वर मंदिर को धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है और इसके जीर्णोद्धार से क्षेत्रीय हिंदू समुदाय को एक नई उम्मीद मिल रही है। हाल ही में स्वामी यशवीर महाराज ने मंदिर में विधित पूजा-अर्चना भी की थी।