दिल्ली में हाल ही में हुए बम विस्फोट को लेकर सहारनपुर के कांग्रेस सांसद इमरान मसूद के बयान ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। मसूद ने संदिग्ध युवकों को “भटका हुआ” बताया था, जिस पर योग साधना केंद्र, बघरा के संस्थापक स्वामी यशवीर महाराज ने कड़ा विरोध जताया है।
स्वामी यशवीर महाराज ने सांसद के कथन को आतंकवाद का प्रत्यक्ष बचाव करार देते हुए कहा कि जिन युवकों पर विस्फोट में शामिल होने का शक है, वे भटकाव में नहीं हैं बल्कि धार्मिक कट्टरपंथ की राह पर हिंसा कर रहे हैं। महाराज ने आरोप लगाया कि सांसद की टिप्पणी कई सवाल खड़े करती है और इससे जनता में भ्रम फैल सकता है।
उन्होंने केंद्र सरकार और राष्ट्रीय जांच एजेंसियों से अपील की कि मसूद के बयान और संभावित संपर्कों की गंभीरता से जांच की जाए। महाराज ने कहा कि सहारनपुर और आसपास के क्षेत्रों में पहले भी कट्टरपंथी नेटवर्क की गतिविधियां सामने आ चुकी हैं, इसलिए किसी भी संदिग्ध संबंध को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
स्वामी यशवीर महाराज ने यह भी स्पष्ट किया कि वे किसी पर आरोप लगाने की बात नहीं कर रहे हैं, लेकिन संवेदनशील मुद्दों पर जनप्रतिनिधियों का रुख जिम्मेदार होना चाहिए। उन्होंने हिंदू मतदाताओं से भी सवाल उठाए कि क्या ऐसे नेताओं का समर्थन करना उचित है। उनका मानना है कि देश-विरोधी घटनाओं पर सहानुभूति नहीं बल्कि कड़ा रुख अपनाना आवश्यक है।
इस विवाद पर अब तक न तो सांसद इमरान मसूद और न ही कांग्रेस पार्टी की ओर से कोई नया बयान आया है। वहीं, दिल्ली विस्फोट की जांच कर रही एजेंसियां कई संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी हैं।
स्वामी यशवीर महाराज इससे पहले भी अपने बयानों और समाज सेवा अभियानों, जैसे धर्म परिवर्तन से प्रभावित लोगों की घर वापसी, के कारण सुर्खियों में रह चुके हैं।