उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से कांग्रेस के लोकसभा सांसद इमरान मसूद ने लाल किले के पास हुए आत्मघाती ब्लास्ट मामले में हमलावर डॉ. उमर मोहम्मद नबी को “रास्ते से भटका हुआ युवक” करार दिया है। सांसद ने आरोप लगाया कि सरकार अल-फलाह यूनिवर्सिटी जैसे अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों को जानबूझकर निशाना बना रही है। मसूद के इस बयान से राजनीतिक विवाद तेज हो गया है।

मंगलवार को उमर का एक नया वीडियो सामने आया, जिसमें उसने हमले को सही ठहराने की कोशिश की। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद ने कहा कि वह वीडियो से सहमत नहीं हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि आत्मघाती हमले और मासूमों की हत्या इस्लाम की शिक्षा के खिलाफ है और ऐसे लोग भटके हुए हैं। मसूद ने कहा, “ये इस्लाम का मार्ग नहीं हैं और इनसे धर्म की छवि नहीं बनाई जा सकती।”

सांसद ने आगे कहा कि धर्म हमें देशभक्ति सिखाता है और इस घटना का इस्लाम से कोई लेना-देना नहीं है। उनके बयान पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं तेज हो गई हैं। भाजपा ने इसे आतंकवाद का संरक्षण देने वाला बयान करार दिया है, जबकि सोशल मीडिया पर सांसद की आलोचना की जा रही है।

अब तक 15 लोगों की मौत
दिल्ली में पिछले सप्ताह हुए धमाके में अब तक 15 लोग मारे जा चुके हैं। इस बीच, राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने आत्मघाती हमलावर उमर नबी के कथित सह-साजिशकर्ता जसीर बिलाल को मंगलवार को अदालत में पेश किया। NIA ने बताया कि अनंतनाग के काजीगुंड निवासी वानी को श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया। इस पर आरोप है कि उसने ड्रोन में बदलाव किया और कार बम विस्फोट से पहले रॉकेट बनाने में तकनीकी मदद दी।