शामली जनपद के झिंझाना नगर पंचायत में अध्यक्ष सुरेशपाल कश्यप और सफाई कर्मचारियों के बीच चल रहा विवाद लगातार गहराता जा रहा है। स्थिति यह है कि कर्मचारियों की हड़ताल गुरुवार को आठवें दिन भी खत्म नहीं हुई, जिससे पूरे कस्बे में कूड़े के ढेर लगने लगे हैं और स्वच्छता व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है।
कर्मचारियों ने शांति पाठ और हवन कर समाधान की मांग की
गुरुवार को सफाई कर्मचारी वाल्मीकि धर्मशाला में एकत्र हुए, जहाँ शांति पाठ और हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। कर्मचारियों ने नगर की भलाई और विवाद खत्म होने की कामना की। कार्यक्रम में सफाई कर्मियों के अलावा वाल्मीकि समाज के लोग भी शामिल रहे।
कस्बे में बढ़ती गंदगी से लोग त्रस्त
लगातार आठ दिनों से सफाई न होने के कारण गलियों और मोहल्लों में कूड़ा सड़कों पर फैल गया है। लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल होता जा रहा है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि विवाद का प्रभाव आम जनता पर पड़ रहा है और प्रशासन को तत्काल कार्रवाई कर समाधान निकालना चाहिए।
हजरत इमाम नसीरुद्दीन शहीद सब्जवारी के सज्जादा नशीं सफदर अल्वी ने भी स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि “कस्बे की हालत बद से बदतर होती जा रही है, प्रशासन को जल्द हस्तक्षेप करना चाहिए।”
मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रखने की चेतावनी
वाल्मीकि धर्मशाला में पंडित आनंद चंचल द्वारा हवन कराया गया, जिसमें सफाई नायक अमित कुमार, प्रदीप, किशनलाल, विनोद, आकाश, विश्वास, संजय, गौतम, नीरज, राजेश समेत सभी कर्मचारी उपस्थित रहे। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर ठोस निर्णय नहीं लिया जाता, तब तक हड़ताल वापस नहीं ली जाएगी।