वाराणसी के लक्सा थाने से चंद कदम की दूरी पर गुरुवार सुबह एक दोमंजिला मकान की छत पर लगे मोबाइल टॉवर में आग लग गई। आग धीरे-धीरे छत के नीचे वाले कमरे को भी अपनी चपेट में ले ली। दमकल की तीन गाड़ियों ने आधा घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आशंका जताई गई है कि टॉवर के लिए लगी बैटरियों के ज्यादा गर्म होने के कारण आग लगी थी।
लक्सा थाने से लगभग 20 मीटर की दूरी पर दो सगे भाई सुनील यादव और राजेश यादव का मकान है। मकान के भूतल में दुकानें हैं और प्रथम तल पर दोनों भाइयों का संयुक्त परिवार रहता है। परिवार के सदस्य राहुल यादव ने बताया कि छत पर मोबाइल टॉवर वर्ष 2009 में लगा था। मोबाइल टॉवर के लिए 24 बैटरी लगाई गई हैं।
सुबह के समय छत पर धुआं और आग की लपटें उठते देख कर आसपास के लोगों ने शोर मचाया। इस पर पुलिस ने दमकल विभाग को आग लगने की जानकारी देकर विद्युत आपूर्ति बंद कराई। आग इतनी विकराल थी कि छत से होते हुए उसके नीचे वाले कमरे तक पहुंच गई और परिवार के सभी सदस्य निकल कर सड़क पर आ गए।
आग लगने के कारण छत के नीचे वाले कमरे में रखा सारा सामान भी जल गया। रोहित यादव ने बताया कि आग लगने से लगभग तीन लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। राहुल यादव ने कहा कि सही ढंग से टॉवर और उसके उपकरणों का रखरखाव किया गया होता तो यह हादसा न होता। बताया कि टॉवर को हटाने के लिए मोबाइल कंपनी के अधिकारी से मौखिक रूप से कह चुके हैं। हमारा मकान जर्जर स्थिति में है, टॉवर को छत से जल्द से जल्द हटवाएंगे।
मड़ई और रिहायशी झोपड़ी में आग लगी
दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर के प्रांगण की एक मड़ई में गुरुवार दोपहर आग लग गई। आग इतनी विकराल थी कि उसके बगल में स्थित गुमटी का पिछला हिस्सा जल गया और एक पेड़ भी उसकी चपेट में आ गया। सूचना पाकर पहुंची दमकल की गाड़ी ने आग पर काबू पाया। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि दुर्गा मंदिर परिवार से जुड़े रमेश बाबा अनुष्ठान करने के लिए मड़ई बनवाए थे। उधर, रमेश बाबा ने आरोप लगाया कि किसी शरारती तत्व ने मड़ई में आग लगाई है। मड़ई में आग लगने की कोई गुंजाइश ही नहीं थी और वह पूरी तरह से सुरक्षित थी। उधर, चोलापुर थाना क्षेत्र के लखनपुर निवासी दशरथ चौहान की रिहायशी झोपड़ी में बुधवार की देर रात आग लग गई। परिवार के लोगों के शोर मचाने पर ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया। आग लगने के कारण गृहस्थी का सारा सामान जल कर राख हो गया।