यशपाल आर्य ने भाजपा छोड़ने पर कांग्रेस की नीति-रीति का किया खुलासा

भाजपा छोड़कर कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने वाले नेता सावधान हो जाएं। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एक सवाल पूछेंगे। सवाल ये है कि कांग्रेस और भाजपा, इन दोनों पार्टियों में क्या अंतर है। इसके लिए ‘नेताजी’ को बहुत संभलकर जवाब देना होगा। उत्तराखंड की भाजपा सरकार में मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य, सोमवार को कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं। यशपाल आर्य परिवहन मंत्री रहे हैं, जबकि उनके बेटे संजीव आर्य, नैनीताल से विधायक हैं। इनकी ज्वाइनिंग से पहले जब ये दोनों नेता राहुल गांधी से मिलने पहुंचे तो उन्होंने वही पूछ लिया। यशपाल आर्य ने जवाब देते हुए कहा, कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र है। यहां लोकतांत्रिक मूल्यों की वैल्यू है। जहां हम अपनी बात सबल तरीके से खुलकर कह सकते हैं। सहमति और असहमति जाहिर कर सकते हैं। पूर्व भाजपाई यशपाल ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की जमकर पोल खोली। भाजपा के राज में बेरोजगारी बढ़ी है, महंगाई बढ़ी है और महिलाओं की अस्मिता के ऊपर आंच आ रही है।

कांग्रेस पार्टी ने अगले वर्ष उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड सहित सात राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर दलित फैक्टर पर विशेष काम करना शुरू कर दिया है। यशपाल आर्य और संजीव आर्य की ज्वाइनिंग से पहले पंजाब में भी दलित चेहरे को मुख्यमंत्री बनाया गया है। कांग्रेस पार्टी की सोच है कि अब उत्तर प्रदेश सहित दूसरे राज्यों में बसपा जैसी पार्टियों की पकड़ कमजोर हो चुकी है। भाजपा राज में जिस तरह से महंगाई आसमान छू रही है, उससे दलित एवं दूसरे समुदाय के लोग भी नाराज हैं। यशपाल आर्य और संजीव, ये दोनों नेता दिल्ली में हरीश रावत, रणदीप सुरजेवाला और केसी वेणुगोपाल की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हुए हैं।

पार्टी ज्वाइन करने से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने दोनों पार्टियों में अंतर वाला सवाल पूछा था। यशपाल आर्य ने कहा, दोनों पार्टियों के बीच बहुत अधिक अंतर है। कांग्रेस पार्टी, लोकतंत्र की समर्थक है। लोकतंत्र के प्रति जिस पार्टी के मन में आदर सम्मान है, वहां देश और लोगों की बात सुनी जाती है। दूसरा अंतर बताते आर्य ने कहा, कांग्रेस पार्टी दिल से दलित से, पिछड़ों से, कमजोर वर्गों से, अल्पसंख्यकों से, जरुरतमंद इंसानों से और गरीब लोगों से प्यार करती है। इन सभी वर्गों के लिए कांग्रेस पार्टी ने पहले भी बहुत काम किया है। आगे भी पार्टी इनके साथ खड़ी है।

भाजपा के बारे में आर्य ने कहा, वहां केवल दलितों को शो पीस के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। उनका दिल से सम्मान नहीं होता। हमारी लड़ाई, राहुल गांधी की लड़ाई, सोनिया गांधी की लडाई व कांग्रेस की लड़ाई के ये दोनों मूल तत्व हैं। हम केवल सत्ता के लिए नहीं लड़ रहे हैं। ऐसे हिंदुस्तान की स्थापना के लिए लड़ रहे हैं। बता दें कि यशपाल आर्य पहले कांग्रेस में रहे हैं। किन्हीं कारणों से वे भाजपा में चले गए थे। भाजपा में जो नेता हैं, उनके साथ बेड़ियों वाली स्थिति हो गई है। केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड के विकास को लेकर जो सपने दिखाए गए थे, उन पर काम नहीं हुआ। इस राज्य के गरीब, दबे हुए और शोषित समाज के साथ भेदभाव हुआ है। तीन मुख्यमंत्री बदल गए, लेकिन उसके बावजूद स्थिति नहीं संभल सकी। यशपाल आर्य, संजीव आर्य व हरेन सिंह लाडी के बाद कई दूसरे नेता भी जल्द ही कांग्रेस में आ सकते हैं। ऐसे नेताओं का कांग्रेस पार्टी में स्वागत है।

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