अजमेर में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के जिलाध्यक्ष ठाकुर धर्मेंद्र सिंह रावत और शहर अध्यक्ष आशीष सोनी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता दो लंपी वायरस से संक्रमित गायों के साथ जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर पहुंचे। प्रदर्शन कर सरकार को आड़े हाथों लिया। प्रदर्शन के बाद आरएलपी पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर अंशदीप को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन देने आए आरएलपी जिलाध्यक्ष ठाकुर धर्मेन्द्र सिंह रावत ने बताया, आज गौमाता लंपी बीमारी से ग्रसित हैं, जो चिंता और निंदा का विषय है। लेकिन मोदी विदेश से मांस का भक्षण करने वाले चीते लाने में मस्त हैं। वहीं, गहलोत ओलंपिक करवाने में व्यस्त हैं। दूध देने वाली गायों के लिए इनके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकला। इनके विधायक और सांसद गौमाता के लिए एक शब्द तक नहीं बोले।
उन्होंने कहा, सांसद हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा में यह मुद्दा उठाया था। लेकिन फिर भी सरकारों ने इस मुद्दे पर कोई ध्यान नहीं दिया। आज गौमाता सड़कों पर लावारिस मौतें मर रही हैं। भूखी प्यासी मर रही हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा। उन्होंने कहा, गायों की लाशों को कुत्ते नोच रहे हैं। लेकिन सरकार इस ओर नहीं देख रही है। गौमाता के नाम पर राजनीति करने वालों को गौमाता आने वाले समय में सबक सिखाएंगी।
वहीं, शहर अध्यक्ष आशीष सोनी ने कहा कि केंद्र सरकार के लिए यह बहुत ही शर्म की बात है। काला दिवस मनाना चाहिए, चीता प्लेन में और गाय क्रेन में जा रही है। चीताओं के लिए 100 करोड़ लगा रहे हैं और गायों के लिए खड्डे तक नहीं खोदे जा रहे हैं। केंद्र सरकार को डूब मरना चाहिए। सोनी ने कहा, साल 2024 में इस केंद्र सरकार को गायों की हाय लगेगी, जिसका परिणाम उसे देखने को मिलेगा।
साथ ही उन्होंने कहा, प्रदेश की गहलोत सरकार को भी शर्म आने की बात है, जो ओलंपिक पर मीटिंग बुला रही है और गायों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। सोनी ने कहा, डंपिंग यार्ड में हजारों की संख्या में गायों को कुत्ते नोच रहे हैं। अगर यही हालत रहा तो आने वाले समय में वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निवास और संसद भवन को घेरेंगे। वहीं, प्रदर्शन करने वालों में सैकड़ों की संख्या में आरएलपी कार्यकर्ता मौजूद रहे।