शिरोमणि अकाली दल ने पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की जान को खतरा बताया है। साथ ही शिअद नेताओं ने एडीजीपी हरप्रीत सिद्धू पर एक और फर्जी मामले में मजीठिया को फंसाने का आरोप लगाया है। मजीठिया की पत्नी और मजीठा विधानसभा क्षेत्र से विधायक गनिव कौर मजीठिया ने डीजीपी को पत्र लिखा। पत्र का हवाला देते हुए शिअद नेता महेश इंदर ग्रेवाल और डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने मांग की है कि सिद्धू को तत्काल एडीजीपी (जेल) के पद से हटाया जाए और मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाए।
अकाली नेताओं ने कहा कि बिक्रम मजीठिया और हरप्रीत सिद्धू के परिवारों के बीच पुरानी दुश्मनी है और सिद्धू पूर्व मंत्री के साथ अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग कर सकते हैं। अकाली नेताओं ने कहा कि हाल ही में मौजूदा जेल मंत्री ने पटियाला जेल का दौरा किया था। इसके बाद मजीठिया को मानव निवास के लिए एक अनुपयुक्त बैरक में बंद कर दिया गया जो मानव अधिकारों का पूरी तरह से उल्लंघन है। सरकार को मजीठिया की सुरक्षा को लेकर जल्द कोई फैसला लेना चाहिए।