भाकियू कार्यकर्ताओं ने मुजफ्फरनगर के रेलवे स्टेशनों पर दिया धरना

मुजफ्फरनगर। लखीमपुर खीरी हिंसा के आरोपी आशीष मिश्रा के पिता केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने व तीनों नये केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के रेल रोको आह्वान  पर भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं ने आज मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन के साथ ही खतौली व मंसूरपुर स्टेशनों पर भी रेल रोक कर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पडा और लगभग चार घंटे तक ट्रेनों  का संचालन बाधित रहा। रेलवे ने मुजफ्फरनगर स्टेशन के अलावा रोहाना, नरा जडौदा, मंसूरपुर, खतौली, दौराला, पाबली खास व मेरठ सिटी स्टेशनों पर ट्रेनों  को रोके रखा और भाकियू का धरना समाप्त होने के पश्चात ट्रेनों  का संचालन शुरू हो सका। मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा की दृष्टि से सिटी मजिस्टे्रट अनूप श्रीवास्तव, सीओ सिटी कुलदीप सिंह, सिविल लाइन थानाध्यक्ष बिजेन्द्र सिंह रावत पुलिस बल के साथ मौजूद रहे।
खतौली रेलवे स्टेशन पर भाकियू जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान के नेतृत्व में भाकियू कार्यकर्ताओं ने धरना देकर केन्द्र व प्रदेश सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। किसान आंदोलन के चलते स्टेशन पर आसपास के थानों के अलावा रेलवे पुलिस का जमावडा रहा। ट्रैक्टर ट्रॉलियों में भरकर रेलवे स्टेशन पहुँचे भाकियू कार्यकर्ताओं ने रेल ट्रैक के बीच मे यूनियन का झण्डा गाडकर प्लेटफॉर्म पर दरी बिछाकर धरना शुरू कर दिया। धरने को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने भाजपा की केन्द्र व प्रदेश सरकार पर अन्नदाता किसानों का उत्पीन करने का आरोप लगाया। धरने की अध्यक्षता करते हुए जयप्रकाश शास्त्री भैंसी ने कहा  कि अपने अधिकारों के लिये शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे किसानों को भाजपा अपनी हिटलरशाही से कुचलना चाह रही है। लखीमपुर खीरी में किसानों को गाडियों के टायरों से रौंदा जाना देश के इतिहास की सबसे शर्मनाक घटना है। किसानों के हत्यारे आशीष मिश्रा के पिता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की अभी तक मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी ना होना साबित कर रहा  है कि भाजपा का लोकतांत्रिक व्यवस्था से कोई लेना देना नही है। विशाल अहलावत भैंसी ने कहा कि काले कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर किसान सर्दी गर्मी बरसात की परवाह किये बगैर शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे है। भाजपा सरकार के मंत्री किसानों को आतंकवादी, खालिस्तानी, आन्दोलन जीवी बताकर इनका मजाक बना रहे है। समय आने पर किसान भाजपा सरकार के मन्त्रियों को वोट की चोट देकर अच्छा सबक सिखायेंगे। प्रात:काल 10 बजे प्रारम्भ हुआ भाकियू का धरना शाम 4 बजे तक चला। इस दौरान कोई भी रेलगाडी स्टेशन पर नही आयी। धरने में शामिल भाकियू कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करके अपनी भडास निकाली। धरने में मुख्य रूप से श्यामबीर सिंह, कंवरपाल सिंह, डा. अमरनाथ, जनेश्वर सिंह, वीरपाल सिंह, रणबीर सिंह, मौ. सलीम, यामीन, प्रमोद अहलावत, भरतवीर सिंह, कपिल सोम, रोशन पण्डित सहित बडी संख्या में यूनियन कार्यकर्ता शामिल रहे। एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने धरनास्थल पर आकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
एसडीएम जीत सिंह, सीओ राकेश कुमार, कोतवाल धर्मेन्द्र कुमार के अलावा जीआरपी चौकी प्रभारी दल बल के साथ मौके पर डटे रहे। धरना शांतिपूर्वक समाप्त होने पर पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
मंसूरपुर में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रेल रोको आंदोलन के तहत भाकियू कार्यकर्ताओं ने मंसूरपुर रेलवे स्टेशन पर दिल्ली जा रही अमृतसर-दिल्ली एक्सप्रेस ट्रेन को रोक लिया। भाकियू कार्यकर्ताओं के अनुसार लखीमपुर खीरी प्रकरण में समझौते के मुताबिक कार्रवाई नहीं की गई है। भाकियू कार्यकर्ताओं ने बारिश के कारण रेल रोको आंदोलन को एक घंटा देरी से आरंभ किया। मंसूरपुर में नीरज पहलवान, चांदवीर फौजी, अक्षु त्यागी के नेतृत्व में लगभग सवा ग्यारह बजे रेलवे ट्रैक पर धरना देकर बैठ गए। इसी दौरान अमृतसर से दिल्ली जाने वाली अमृतसर-दिल्ली एक्सप्रेस ट्रेन आ गई। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हटाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बन सकी। इसके बाद ट्रेन को मंसूरपुर स्टेशन पर ही रोक दिया गया। सभी भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी तथा किसान रेलवे ट्रैक पर ही धरना देकर बैठ गए। सभी किसान वक्ताओं ने कहा कि लखीमपुर में किसानों की हत्या कांड में जो समझौता हुआ था, इसके तहत मंत्री का इस्तीफा लिया जाए तथा नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर तुरंत जेल भेजा जाए। लगभग 2 बजे एसडीएम खतौली को डीएम मुजफ्फरनगर के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें मांग की गई कि  लखीमपुर खीरी के गृह राज्यमंत्री दिल्ली का इस्तीफा लेकर नामजद सभी आरोपियों को तुरंत जेल भेजा जाए, गन्ना मूल्य बढ़ोतरी 400 रूपये कुन्तल, एमएसपी की गारंटी, किसानों पर बैंकों का बकाया कर्ज माफ किया जाए और नए बिजली बिल में किसानों के बिजली के रेट कम करे जाए। इस मौके पर विजेंद्र बालियान, सत्येंद्र कुमार, हरिओम त्यागी, टीटू राठी, नवीन राठी, एहसान त्यागी, अमरजीत, अंकित त्यागी आदि मौजूद रहे।

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