न्यू चंडीगढ़ में बनेगी देश की दूसरी सबसे बड़ी एनआईवी लैब

पंजाब के न्यू चंडीगढ़ में देश की दूसरी सबसे बड़ी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) स्थापित होने जा रही है। पंजाब सरकार ने एनआईवी के साथ सोमवार को एमओयू साइन किया है। अब वायरस की जांच के लिए नमूने पुणे नहीं भेजने पड़ेंगे। पंजाब में एनआईवी रीजनल इंस्टीट्यूट के तौर पर काम करेगी।

पंजाब भवन में आयोजित बैठक में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी), पुणे के साथ मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते पर पंजाब की ओर से चिकित्सा शिक्षा विभाग की निदेशक डॉ. सुजाता शर्मा और एनआईवी की निदेशक डॉ. प्रिया अब्राहम ने हस्ताक्षर किया। 

चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री ओम प्रकाश सोनी ने बताया कि 2020 में कोरोना शुरू होने पर राज्य की सरकारी मेडिकल कॉलेजों (पटियाला, अमृतसर, फरीदकोट) की लैब ने कोरोना सैंपल के 40 टेस्ट प्रतिदिन करने शुरू किए थे, जोकि अब 10-15 हजार प्रतिदिन प्रति लैब टेस्ट करने की क्षमता हो गई है।

अभी भी कुछ टेस्ट जैसे कि जीनोम सीक्वेंसिंग, क्वालिटियसोरेनस आदि के लिए एनआईवी पुणे नमूने भेजने पड़ते हैं। अब इन बीमारियों के टेस्ट पंजाब में ही हो सकेंगे। इसके लिए आईसीएमआर की टीम द्वारा न्यू चंडीगढ़ में एनआईवी को पांच एकड़ जमीन दी गई है। 

विभागीय मंत्री ने बताया कि आज का दिन पंजाब के लिए ऐतिहासिक है, जब लगभग 70 सालों बाद देश की दूसरी एनआईवी संस्था न्यू चंडीगढ़ (मोहाली) में स्थापित की जा रही है।

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